हरियाणा सरकार देश के हर एक नागरिक को उसका हक दिलाने के लिए कई योजनाएं चला रखी हैं उनमें से एक है अंत्योदय उत्थान योजना। इसको लेकर सरकार बहुत ही गंभीर है और इसका उदाहरण रविवार को कलायत के वीरेंद्र सिंह के लोन के आवेदन को लेकर सामने आया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्वयं इस मामले में विरेंद्र सिंह को फोन करके पूछा कि आखिर में इस योजना के तहत आवेदन करने के बावजूद लोन क्यों नहीं लेना चाहते हैं। इस पर जब आवेदन कर्ता कोटेशन के साथ दुकानदार द्वारा 10% की राशि देने में असमर्थता जताई। इसके बाद मुख्यमंत्री ने एसपी कैथल को फोन करके इस संबंध में जांच के आदेश दिए।
मुख्यमंत्री के आदेश के बाद पुलिस जांच में सामने आया कि दुकानदार ने बिल पर जीएसटी की बात कही थी अब वीरेंद्र को ₹100000 के लोन का रास्ता साफ हो गया है और वह खुश है कि मुख्यमंत्री ने स्वयं इस मामले पर संज्ञान लिया उन्होंने मुख्यमंत्री का बहुत-बहुत धन्यवाद भी किया।
आपको बता दें कि मार्च के महीने में जिले के हर ब्लाक में अंत्योदय उत्थान योजना के तहत मेलों का आयोजन किया गया था। मेले में कलायत निवासी वीरेंद्र सिंह ने सैलून के लिए ₹1,00,000 के लोन का आवेदन किया था। इसके बाद उनकी अर्जी अधिकारियों के पास से होते हुए ग्रामीण बैंक में पहुंची। जहां अधिकारियों ने उसे तीन कोटेशन लाने को कहा।
इसके बाद वीरेंद्र सिंह इसके लिए कैथल आया, जहां दुकानदार ने उस से 10% की राशि देने को कहा। एक लाख रुपए के लोन के लिए ₹10,000 की राशि की बात सामने आने पर वीरेंद्र ने लोन का विचार ही अपने दिमाग से निकाल दिया। इसके बाद जब उसका नाम लोन ना लेने वालों की सूची में आया तो मुख्यमंत्री ने स्वयं उसे फोन किया और सारी बात जानी।
रविवार सुबह मुख्यमंत्री ने फोन कर आवेदन के बावजूद लोन लेने का कारण पूछा और यह जानना चाहा कि कहीं इसमें कोई प्रशासनिक लापरवाही तो नहीं है। इसके बाद वीरेंद्र ने मुख्यमंत्री को बताया कि एक लाख रुपए के लोन के लिए उससे दस हजार रुपए की कोटेशन मांगी गई और इसी के चलते उसने लोन नहीं लिया।
पूरी बात जानने के बाद मुख्यमंत्री ने एसपी कैथल को फोन किया। इसके बाद वह भी कैथल पहुंचा और दुकानदार को भी वहां बुलाया गया इसके बाद दुकानदार ने कहा कि उसने टैक्स की बात कही थी इसके बाद एसपी ने दुकानदार को बिना 10% राशि के कोटेशन देने को कहा इसके बाद वीरेंद्र को उम्मीद है कि उसे ₹100000 का लोन मिल जाएगा।
एसपी मकसूद अहमद ने बताया कि वीरेंद्र सिंह के को लोन मिलने में आ रही परेशानी की जांच के लिए मुख्यमंत्री ने स्वयं फोन कर के आदेश दिए हैं मामले में दुकानदार को चेतावनी दी गई है कि इस तरह किसी कोटेशन पर पैसे ना मांगे साथ ही सभी दुकानदारों से अपील की है कि वह मुख्यमंत्री परिवार उत्थान योजना में पात्रों को बेवजह परेशान ना करें नहीं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।