फिलहाल दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) का काम काफी तेज गति से चल रहा है वैसे तो इसकी लंबाई 13 से 40 किलोमीटर है लेकिन इस एक्सप्रेस वे का दिल्ली-हरियाणा (Delhi-Haryana) के बीच का एक हिस्सा आने वाले 2 महीनों में बनकर तैयार हो जाएगा। इसका बड़ा फायदा दिल्ली और हरियाणा के फिरोजपुर झिरका के अलावा राजस्थान के अलवर में के रहने वाले लोगों को मिलेगा। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के शुरू होने से दिल्ली और अलवर के बीच की दूरी केवल डेढ़ घंटे की रह जाएगी। फिलहाल हाईवे नंबर 248 से जाना पड़ता है और इसमें कम से कम 3 घंटे का समय लगता है। यही रास्ता होने की वजह से यह ट्रैफिक की बहुत रहता है जिससे एक्सीडेंट का खतरा बढ़ जाता है।
आपको बता दें कि अलवर, राजस्थान से चलकर दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेसवे पर चढ़ने के लिए फिरोजपुर झिरका होते हुए पहले अलीपुर आना होगा। फिरोजपुर झिरका से अलीपुर की दूरी करीबन 10 किलोमीटर है।

अलीपुर में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का एक बड़ा इंटरचेंज पॉइंट भी बनाया गया है। इसे इंटरचेंज का जंक्शन भी कहा जा रहा है। जैसे ही यहां से एक्सप्रेसवे पर सफर शुरू होगा गुरुग्राम के पास भोंडसी तक आना होगा। यहां पर भी एक इंटरचेंज बना हुआ है। यहां से उतरने के बाद दिल्ली की ओर सफर शुरू हो जाएगा।
हरियाणा और यूपी सरकार ने रखी थी मांग

इस एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा हरियाणा के बल्लभगढ़ से होते हुए चंद्रावली के पास से भी गुजर रहा है। बता दें कि बल्लभगढ़ से जेवर की दूरी करीब 31 किलोमीटर है और हरियाणा सरकार के साथ मिलकर यूपी सरकार ने जेवर पॉइंट पर दोनों एक्सप्रेसवे को जोड़ने की मांग रखी थी। लेकिन शुरू में जमीन अधिग्रहण के खर्च पर हरियाणा सरकार तैयार नहीं थी।
इंटरचेंज पर बनेंगे चार लूप

31 किलोमीटर के इस हाईवे में करीब 7 किलोमीटर का हिस्सा यूपी में है और बाकी का हिस्सा हरियाणा में। बल्लभगढ़ से आने वाली सड़क यमुना एक्सप्रेसवे से 32वें किलोमीटर पर जुड़ेगी। यह इंटरचेंज की मदद से ट्रैफिक यमुना एक्सप्रेसवे पर आगे बढ़ जाएगा। इसके साथ ही इंटरचेंज पर 4 लूप भी बनाए जाएंगे, दो चढ़ने और दो उतरने के लिए होंगे।
एयरपोर्ट टर्मिनल तक जाएगा यह एलिवेटेड रोड
आपको बता दें कि यमुना एक्सप्रेसवे के जेवर वाले इलाके में एक एलिवेटेड रोड भी बनाया जाएगा। यह रोड सीधे जेवर एयरपोर्ट के टर्मिनल से तक जाएगा। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे से आने वाले वाहन हो या फिर ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे से आने वाले सभी एलिवेटेड रोड से होते हुए ही एयरपोर्ट के टर्मिनल तक जाएंगे।

सिर्फ इतना ही नहीं दिल्ली, एनसीआर, अलीगढ़, मथुरा, आगरा, बुलंदशहर, खुर्जा और एटा की ओर से आने और एयरपोर्ट की ओर जाने वाले वाहन भी इसी 800 मीटर के एलिवेटेड रोड का ही इस्तेमाल करेंगे।