दिल्ली सरकार दिल्ली में विकास के लिए कई योजनाओं को शुरू कर रही है। दिल्ली सरकार सड़कों को सही करने और यात्रा को सुगम बनाने के भी अथक प्रयास कर रही है। अब हाल ही में दिल्ली सरकार की ओर से एक और बड़ा फैसला किया गया है। बताया जा रहा है कि अब दिल्ली में रहकर ऐसा लगने वाला है जैसे यूरोप में रह रहे हैं। जिन हाँ अब दिल्ली की सड़कों केके यूरोपीय देशों की तर्ज पर बनाया जाने वाला है। दिल्ली सरकार ने इस प्रोजेक्ट को पायलट प्रोजेक्ट के तहत ही शुरू किया गया है जिसमें फिलहाल दिल्ली की 32.5 किमी लंबी 7 सड़कों को यूरोपीय देशों की तर्ज पर बनाया जाने वाला है। वहीं दिल्ली में सड़कों का सौंदर्यकरण भी किया जाएगा जिससे दिल्ली की सुंदरता में भी चार चांद लग जाएंगे।
दरअसल हाल ही में दिल्ली सरकार द्वारा पायलट प्रोजेक्ट के तहत एक योजना को शुरू किया जाने वाला है जिसमें अब दिल्ली की सड़कों को बढ़िया बनाने का काम किया जाएगा। बताया जा रहा है कि पहले इस प्रोजेक्ट के लिए दिल्ली की 32.5 किमी की सात सड़कों को चुना गया है। इन सड़कों को यूरोपीय स्तर पर ही बनाया जाएगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं। वहीं अब इन सात सड़कों को अगस्त तक यूरोपीय स्तर पर बनाए जाने की बात कही जा रही है। हालांकि सात सड़कों के बाद 540 किमी लंबी सड़कों को भी यूरोपीय देशों की सड़कों की तर्ज पर बनाया जाएगा।
वहीं इन सड़कों को सुंदर बनाने के लिए दिल्ली का पर्यटन विभाग भी काम कर रहा है। वहीं पर्यटन विभाग ने सिंगापुर और लंदन की सड़कों पर भी काफी शोध किया है जिसके बाद ही इस तरह की सड़कों को बनाने का फैसला किया गया है।
बता दें कि इन सड़कों को अब चौड़ा और रि-डिज़ाइन भी किया जाने वाला है। वहीं सड़कों के आस पास हरियाली पर भी ध्यान दिया जाएगा। वहीं बताया जा रहा है कि इस तरह की सड़कों के बनने से लोगों को जाम से भी राहत मिलने वाली है। इसके अलावा यहां स्वतंत्रता सेनानियों की मूर्तियों को भी लगाया जाने वाला है।
सड़क पर साइकिल ट्रेक भी बनाए जाएंगे। इस काम के लिए एम्स से आश्रम तक रिंग रोड, शिवदासपुरी मार्ग और पटेल रोड, वजीरपुर डिपो क्रॉसिंग से रिठाला मेट्रो स्टेशन, नरवाना रोड मदर डेयरी से पंच महल निवास, विकास मार्ग लक्ष्मी नगर चुंगी से करकरी मोड़, रिंग रोड मायापुरी से मोतीबाग जंक्शन और ब्रिटानिया रोड से आउटर रिंग रोड, वेस्ट एंक्लेव पीतमपुरा को चुना गया है।
बता दें कि हरियाणा सरकार ने भी कई शहरों की सड़कों को विदेशी तर्ज पर बनाने की घोषणा की है। इनमें पंचकूला से लेकर गुरुग्राम और फरीदाबाद की सडक़ों को भी सिंगापुर जैसा बनाने की बात कही गई है। माना जा रहा है कि दिल्ली में इस पायलट प्रोजेक्ट के सफल होते ही हरियाणा के कई शहरों में इसी तर्ज पर सडक़ों को बनाने का काम भी शुरू किया जा सकता है।