बीते दिनों नींबू के रेट आसमान छू रहे थे। लेकिन अब अचानक से बढ़ रहे दामो पर ब्रेक लग गई है। बता दें कि पहले नींबू का रेट 300 रुपए प्रति किलो से ऊपर पहुंच गया था। लेकिन 2 दिन से रेट में गिरावट आकर अब यह कीमत 230 तक पहुंच गई है। फिलहाल नींबू की सप्लाई गुजरात से हो रही है। नींबू के रेट महंगे होने के कारण ढाबों में सलाद से तो यह गायब ही हो गया है। वहीं बात करें नींबू पानी आशिकी तो अब यह भी बंद हो गए हैं। नींबू महंगा होने के कारण कई जगहों से तो नींबू गायब ही हो गए हैं और जहां नींबू का प्रयोग हो रहा है, वहां रेट बढ़ा दिए गए हैं। यहां तक की नींबू का एक पीस भी अब तोलकर दिया जा रहा है।
उम्मीद जताई जा रही है कि अगले सप्ताह तक नींबू के रेट में कुछ और गिरावट आएगी। नींबू के दाम बढ़ने का कारण नींबू की फसल खराब होना है। आपको बता दें कि इस बार पपीते के रेट में भी उछाल आया है। जो पपीता पहले ₹20 का बिकता था। अब वह बढ़कर ₹35 किलो हो गया है। इसी तरह संतरा भी महंगा हो गया है।

गर्मियां तो शुरू हो गई है और गर्मियों में आम भी अब दस्तक दे चुका है बाजार में कुछ रेहड़ियों पर आम दिखाई भी देने लगे होंगे। हालांकि हमेशा से ही शुरुआती सीजन में आम के रेट ज्यादा रहते हैं और यह मंडी में 250 रुपए प्रति किलो बिक रहा है।

इसी तरह सेब के रेट भी अचानक बढ़ गए। कश्मीरी सेब 200 रुपए प्रति किलो से ज्यादा हो गया है। वहीं विदेशी सेब की बात करें तो यह 250 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है। रेट बढ़ने के कारण बाजार में सेब की डिमांड कम हो गई है।

फल विक्रेता सोनू अरोड़ा ने बताया कि अनानास के रेट भी बढ़ गए हैं। बाजार में अच्छी क्वालिटी का अनानास अब ₹100 प्रति किलो में मिल रहा है। पहले इसका रेट ₹50 था यह रेट शादी के सीजन के दौरान बढ़ जाते हैं। अगर शादी का सीजन ना हो तो रेट फिर से घट जाएंगे।

बात करें केलों की तो नवरात्र के दौरान उनकी डिमांड ज्यादा रहती है। इसी वजह से नवरात्र में केले के रेट भी बढ़ जाते हैं। केला ₹60 दर्जन तक बिका है। सब्जी मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान गंगाराम ने बताया कि केले के रेट फिर से कम हो जाएंगे क्योंकि आसपास कोई त्यौहार नहीं है।