कुछ समय पहले तक तो लग रहा था कि महामारी बस अपने अंतिम चरण पर लेकिन अचानक बढ़े मामलों ने सबको हैरना कर दिया। दिल्ली में महामारी का ग्राफ तेजी से ऊपर जा रहा है। बीते बुधवार कुल 299 संक्रमित सामने आए हैं। इससे पहले 4 मार्च को सबसे ज्यादा 302 मामले सामने आए थे। लेकिन तब का आंकड़ा 47,738 टेस्ट्स में से था जबकि बुधवार के 299 मामले 12,022 सैंपल्स में से मिले हैं। हालांकि तब का पॉजिटिविटी रेट 2.49% रहा जो कि दिल्ली में पिछले करीब तीन महीनों में सबसे ज्यादा है। इससे एक दिन पहले यानी मंगलवार को पॉजिटिविटी रेट 1.71% था।
आशंका है कि मामलों की असल संख्या इससे ज्यादा हो सकती है। हालांकि, उनका मानना है कि अभी ज्यादा चिंता की बात नहीं है क्योंकि अस्पतालों में मरीज नहीं बढ़ रहे हैं। सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि गुरुग्राम, नोएडा, गाजियाबाद समेत यूपी और हरियाणा के कई शहरों में देखने को मिल रहा है। नोएडा और गाजियाबाद के स्कूलों में पिछले कुछ दिनों में 35 केस मिले हैं।

दिल्ली में महामारी के आंकड़े अप्रैल में बढ़ने शुरू हुए हैं। 31 मार्च को डेली केसेज का सात दिनी औसत 104 था जो बुधवार को 180 पहुंच गया। Dr Dang’s लैब के फाउंडर और चेयरमैन डॉ. नवीन डांग ने बताया कि महामारी के मामलों की असल संख्या ज्यादा हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि कई लोग होम टेस्ट किट का इस्तेमाल कर रहे हैं और RT-PCR करवाने की जगह घर पर ही खुद को आइसोलेट कर रहे हैं।
दिल्ली में 800 पार है संख्या

बुधवार को दिल्ली में 173 मरीजों ने महामारी को मात दी। इसके बाद भी महामारी के एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 800 के पार पहुंच गई है। राहत की बात तो यह है कि इलाज के लिए केवल 11 संक्रमित मरीज ही एडमिट है। इनमें से पांच आईसीयू में भर्ती हैं। वेंटिलेटर पर फिलहाल एक भी मरीज नहीं है। 11 में से 10 मरीज दिल्ली से और एक बाहर से है।
गुरुग्राम में मिले 146 नए संक्रमित

बीते बुधवार गुरुग्राम में 24 घंटे में 146 नए मामले सामने आए हैं। वहीं 79 संक्रमित स्वस्थ हुए लेकिन जैसे-जैसे महामारी का पॉजिटिविटी रेट बढ़ रहा है। वह हालात बिगड़ने का इशारा कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने भी अब बुलेटिन में पॉजिटिविटी रेट बताना बंद कर दिया है। ऐसे में एक बार फिर सभी को सतर्क रहने की जरूरत है।

पाबंदियों में छूट और मास्क नहीं लगाने पर जुर्माना बंद किए जाने के बाद संक्रमण एक बार फिर से बेकाबू होने लगा है। अप्रैल की शुरुआत से ही संक्रमण में इजाफा देखा जा सकता है। इन 13 दिनों में 875 संक्रमित की पहचान हुई है। गुरुग्राम में महामारी का बहुत ही बुरा हाल है।
फरीदाबाद में बढ़ी संक्रमितों की संख्या

फरीदाबाद में एक बार फिर महामारी का खतरा बढ़ रहा है। बावजूद इसके लोग लापरवाही नहीं छोड़ रहे हैं। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से 27 संक्रमितों की पुष्टि की गई थी। जबकि 12 लोगों को स्वस्थ घोषित किया था। अब 44 दिन बाद इतने अधिक मरीज एक साथ मिले हैं। इससे पहले 20 फरवरी को 34 संक्रमित की पुष्टि हुई थी। उसके बाद मामलों में कमी आ गई थी। फिलहाल फरीदाबाद में एक्टिव के 78 हो गए हैं।
जिन्होंने अपनाया यह नियम, वे तीनों लहरों में बचे रहे

महामारी से बचने का सबसे अच्छा तरीका मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है। शुरू से लेकर अब तक जिन लोगों ने भी इसे सख्ती से अपनाया है वह महामारी की तीनों लहरों में सुरक्षित रहे हैं और यह बात हम नहीं बल्कि एक सर्वे में पता चला है। हर 10 में से 8 परिवार ऐसे हैं जिन्होंने इन तरीकों को अपनाया और वह संक्रमित नहीं हुए। यही वजह है कि एक्सपर्ट्स बार-बार मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की सलाह दे रहे हैं।

एक सर्वे में पता चला है कि देश में 345 जिलों की कुल 29000 लोगों ने इसमें हिस्सा लिया था इसमें से 61% पुरुष और 39% महिलाएं थे। इस सर्वे में देश की पहली श्रेणी के 45% शहर दूसरी श्रेणी के 35% और तीसरी और चौथी श्रेणी के शहर से 24% लोग शामिल हुए थे। देश में महामारी के मौजूदा हालात और बीच-बीच में नए वेरिएंट की बात सामने आती रहती है। उसे देखते हुए इस बात का खुलासा होना कि जिन्होंने मास का सही तरीके से पहना और लोगों से दूरी बनाए रखें उन्हें संक्रमण नहीं हुआ। अगर लोग आज भी इन नियमों का पालन करते हैं तो वे नए वेरिएंट से बच सकते हैं।