राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (National Highway Authority) द्वारा देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) के बाहरी हिस्से में तीन राष्ट्रीय राजमार्गों (national highway) को जोड़ने की परियोजना पर तेजी से काम किया जा रहा है। गुरुग्राम के खेड़की दौला टोल से यह हाईवे रंगपुरी शिवमूर्ति तक द्वारका एक्सप्रेस-वे बन रहा है। इससे आगे अर्बन एक्सटेंशन रोड-टू के नाम से शुरू हुए इस प्रोजेक्ट को तीन चरणों में पूरा किया जा रहा है। इस राजमार्ग के तीन चरणों की कुल लंबाई 75.211 किलोमीटर है। दरअसल, इस हाईवे से दिल्ली के बक्करवाला ( ढिचाऊ कलां ) से बहादुरगढ़ बाईपास को जोड़ने के लिए रोड बनाया जा रहा है। इसी तरह बवाना से हरेवली बॉर्डर ( बड़वासनी ) तक सोनीपत बाईपास को जोड़ने के लिए रोड बनाने की योजना है।
दिल्ली में बढ़ते यातायात दबाव ( traffic pressure ) को कम करने के उद्देश्य से नेशनल हाईवे-344 एम/एन/पी बनाए जा रहे हैं। इससे दक्षिण हरियाणा एवं दिल्ली के विभिन्न इलाकों से बहादुरगढ़, रोहतक, सोनीपत एवं आसपास के इलाकों में आना-जाना आसान हो जाएगा। इसे लेकर अप्रैल-2018 व फरवरी-2019 में अधिसूचना जारी हो गई थी। जयपुर हाईवे से चंडीगढ़ हाईवे को जोड़ने के लिए बनाया जा रहा यह हाइवे दिल्ली के द्वारका, नजफगढ़, मुंडका, रोहिणी, बवाना, नरेला क्षेत्र से निकलेगा।
शुरूआत में डीडीए ने यह प्रोजेक्ट शुरू किया और रंगपुरी शिव मूर्ति से भरथल चौक तक करीब पांच किलोमीटर दूरी में हाईवे बना भी दिया था। लेकिन द्वारका से आगे हाइवे बनाने में डीडीए असफल रहा तो यह कार्य भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को सौंपा गया।
पहले चरण में एनएच 344-एम के रूप में दिल्ली क्षेत्र में 38.111 किलोमीटर हाईवे बनाया जा रहा है। जबकि एनएच 344-पी के रूप में बवाना इंडस्ट्रीयल एरिया से सोनीपत के बड़वासनी तक 29 किलोमीटर हाईवे बनेगा। वहीं एनएच 344-एन के रूप में ढिचाऊ कलां से बहादुरगढ़ बाईपास तक साढ़े 7 किलोमीटर लिंक हाईवे का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। द्वारका इलाके में चार लेवल का इंटरचेंज भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा दिल्ली-गुरुग्
राम एक्सप्रेस-वे पर से यातायात का दबाव कम करने के लिए शिवमूर्ति से गुरुग्राम के खेड़कीदौला टोल प्लाजा के नजदीक तक द्वारका एक्सप्रेस-वे का निर्माण चल रहा है। इसकी कुल लंबाई 29 किलोमीटर है। इसमें से 18.9 किलोमीटर भाग हरियाणा इलाके में जबकि शेष 10.1 किलोमीटर भाग दिल्ली इलाके में पड़ता है।
इस एक्सप्रेस-वे के साथ छह लेन की सर्विस लेन भी बनाई जा रही है। इस तरह एक्सप्रेस-वे और सर्विस लेन को मिलाकर कुल 14 लेन होंगी। द्वारका इलाके में चार लेवल का इंटरचेंज बनाया जाएगा। एक्सप्रेस-वे पर पूरी तरह से स्वचालित टोल सिस्टम होगा।