जनसाधारण की शिकायतें सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचाने के लिए आरंभ की गई सीएम विंडो के प्रति लोगों के बढ़ते रूझान को देखते हुए अब हर महीने में कम से कम दो या तीन बार समीक्षा बैठक में मुख्यालय स्तर के नोडल अधिकारियों के साथ-साथ आगे से सीधे क्षेत्रीय अधिकारियों व कर्मचारियों को भी बुलाया जाएगा। यह निर्देश आज यहां मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एवं सीएम विंडो के प्रभारी प्रशासनिक सचिव वी. उमाशंकर की अध्यक्षता में हुई सीएम विंडो की समीक्षा बैठक के दौरान दिए गए। इस बैठक में सीएम विंडो के ओएसडी भूपेश्वर दयाल भी उपस्थित रहे।
बैठक में उमाशंकर ने कहा कि मुख्यमंत्री का विजन है कि आमजन की शिकायतें सीधे उन तक पहुंचे। इसके मद्देनजर नोडल अधिकारी इस व्यवस्था को गंभीरता से लें। उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारी इस व्यवस्था को अन्यथा न लें और अपने विभाग से सम्बंधित विभागों की शिकायतों पर निगरानी रखें और उनके निपटान प्रक्रिया की स्थिति की जानकारी अपलोड करें।
उन्होंने आमजन की शिकायतों का त्वरित निपटान न करने वाले विभागों के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि अगर भविष्य में उनका यही रवैया रहा तो ऐसा करने वाले अधिकारियों से सख्ती से निपटा जाएगा।
उमाशंकर ने कहा कि यह प्राय: देखा गया है कि सीएम विंडो पर आने वाली अधिकांश शिकायतें हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, शहरी स्थानीय निकाय विभाग तथा नगर निगम, नगर परिषद व नगरपालिकाओं की इंजीनियरिंग विंग से सम्बंधित कार्य व अतिक्रमण से जुड़ी होती हैं।
इसके अलावा उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों से एक विशेष अभियान के तहत हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण से प्लॉटों से सम्बंधित ओरिजनल अवार्ड पैमेंट तथा अल्टरनेट प्लॉट आवंटित करने से सम्बंधित शिकायतों को निपटारा करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि जिन शिकायतों का लम्बे समय से निपटान नहीं हो रहा है और वे व्यवहार्य प्रकृति की नहीं हैं उनको नोडल अधिकारी फाइल करवाएं।
वी. उमाशंकर ने बताया कि आगामी 29 अप्रैल को एमसीडी गुरुग्राम, एमसीडी फरीदाबाद, नगर परिषद जींद व भिवानी तथा 30 अप्रैल को हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के मुख्य प्रशासक के साथ समीक्षा बैठक की जाएगी।
बैठक में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, नगर एवं ग्राम आयोजना, शहरी स्थानीय निकाय विभाग, गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) तथा हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के फरीदाबाद, पंचकूला, गुरुग्राम, रोहतक, हिसार व मुख्यालय स्तर के प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे।