इन दिनों सरकार का ध्यान प्रदेश के विकास कार्यों में लगा हुआ है। राष्ट्रीय राजधानी इस समय विकास की ओर अग्रसर है। दिल्ली में विकास कार्य काफी तेजी से किए जा रहे हैं। अब जल्द ही दिल्ली में इलेक्ट्रॉनिक सिटी बनने वाली है। इसके लिए योजना की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। करीब 80 एकड़ में इस सिटी का निर्माण किया जाएगा। जल्दी ही अब इसके लिए टेंडर निकाले जाएंगे। इस सिटी को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। एक्सप्रेसवे से जुड़ने के बाद बापरौला से मात्र 30 से 35 मिनट में एक्सप्रेसवे तक पहुंचा जा सकेगा। ऐसे में यहां के कई उद्यमियों को भी फायदा मिलने वाला है।
इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि सिटी के निर्माण से लाखो लोगों को रोजगार भी मिलेगा। इसके साथ ही यहां नौ उत्पादों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके लिए देश विदेश के विशेषज्ञों से सलाह भी ली जा रही है। जल्दी ही इसकी योजना तैयार कर ली जाएगी।
बता दें कि यह इलेक्ट्रॉनिक सिटी दिल्ली के बापरौला में ही बनाई जाएगी और यह इलाका हवाई अड्डे के पास है और वहीं से इलेक्ट्रॉनिक सिटी को एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। इसके बाद मात्र 30-35 मिनट में एक्सप्रेसवे पर पहुंच सकते हैं। अनुमान है कि अगले दो सालों में यह इलेक्ट्रॉनिक सिटी बनकर तैयार हो जाएगी। जल्दी ही DSIIDC की ओर से इसके लिए टेंडर निकलने वाले हैं।
कई कंपनियों से हुआ करार
सरकार इस इलेक्ट्रोनिक सिटी का निर्माण देशी और विदेशी विशेषज्ञों और उद्योगों के साथ मिलकर करना चाहती है। इसके लिए डीडीसी और एपिक इलेक्ट्रोनिक प्रॉडक्ट फाउंडेशन के बीच एक करार भी हुआ है। इस प्रोजेक्ट में करीब ढाई हजार करोड़ की लागत आने वाली है। जल्द ही इस सिटी का काम पूरा किया जाएगा। इसके अलावा सरकार कई कंपनियों और संगठनों के साथ करार करने का भी प्रयास कर रही है। वहीं निवेश करने के लिए भी लोगों को आकर्षित कर रही है।
इन 9 उत्पादों पर दिया जाएगा सबसे ज्यादा ध्यान
इस इलेक्ट्रोनिक सिटी में नौ उत्पादों पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जाएगा, इसमें WiFi Router, CCTV कैमरा, टेबलेट्स, LED लाइट्स, चार्जर इनवरटर्स और स्मार्ट मीटर भी शामिल हैं। वहीं इस इलेक्ट्रोनिक सिटी से लाखों लोगों को रोजगार भी दिया जाएगा।
महिलाओं को भी रोजगार देने का प्रयास
इसके साथ ही सरकार महिलाओं को भी रोजगार देने के प्रयास कर रही है। उपमुख्यमंत्री मनीष सीसोदिया ने भी वित्तीय वर्ष 2022-23 में रोजगार पैदा करने के बारे में कहा था। उन्होंने ही इस इलेक्ट्रोनिक सिटी के बारे में जानकारी दी थी। वहीं रोजगार बजट का उद्देश्य भी अब 20 लाख नौकरियों को पैदा करने का रखा गया है।
NCR और हरियाणा के लिए खुले रोजगार के द्वार
इस इलेक्ट्रॉनिक सिटी का सबसे ज्यादा फायदा हरियाणा और एनसीआर के लोगों का होने वाला है क्योंकि दिल्ली, एनसीआर और हरियाणा से घिरा हुआ है। इसलिए रोजगार के नजरिए से देखा जाए तो इसका सबसे अधिक लाभ दिल्ली एनसीआर और हरियाणा का होने वाला है। इसके निर्माण से हरियाणा और एनसीआर के युवाओं को बड़े पैमाने पर नौकरियां मिलेंगी। इसलिए यह खबर हरियाणा और एनसीआर के लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण है।