मोबाइल की लत इंसान को सबसे दूर कर देती है। बच्चों से लेकर बड़ों तक आज ज्यादतार लोग मोबाइल के आदि हो चुके हैं। दिन हो या रात हर समय उन्हें मोबाइल चाहिए होता है। जिंदगी में जब निराशा हाथ लगती है तो इंसान बुरी तरह से टूट जाता है।
ऐसे में किसी न किसी चीज की लत का आदि हो जाता है। ऐसा ही कुछ हुआ हिसार की रहने वाली शीलू के साथ। वह बॉक्सिंग करती थी और स्टेट लेवल पर गोल्ड मेडल प्राप्त कर चुकी थी।

खेल के दौरान शीलू के पांव में इन्जरी हुई तो उसे गेम छोड़ना पड़ा। इस कारण वह काफी परेशान रहने लगी। एक तरफ निराशा और दूसरी तरफ दिनभर घर में रहना। इस कारण शीलू को मोबाइल का चस्का लग गया।
वह मोबाइल में इतना बिजी रहने लगी कि 24 घंटे मोबाइल उसके हाथ में रहता था। रात-रात भर मोबाइल देखना उसकी आदत में शुमार हो गया था। वह कभी भी फोन को अपने आप से अलग नहीं होने देती थी।
शीलू को भी यह बात समझ में आने लगी कि मोबाइल के कारण उसका पूरा दिन खराब हो रहा है। वह दिनभर अपना समय सिर्फ मोबाइल में खराब कर रही है। ऐसे में उसने अपनी यह लत छुड़ाने का निश्चच किया। उसने हर्बल जूस काम शुरू किया। शीलू कैथल में एक पार्क के सामने हर्बल जूस बेचती है।

शुरुआत में उसे काफी दिक्कत हुई लेकिन उसने ठान रखा था कि कैसे भी मोबाइल से पीछा छुड़ाना है। उसके मामा ने जूस शॉप खोलने में उसकी मदद की। अब शीलू का काम अच्छी तरह सैटल हो गया है। वह सुबह पांच बजे से एक बजे तक जूस बेचने का काम करती है।
शीलू का कहना है कि अब वह काफी खुश है और उसकी दिनचर्या भी बेहतर हो गई है। साथ ही इंजरी के कारण जो डिप्रेशन था, वह भी अब दूर हो गया है। वह अपने नए काम को लेकर काफी खुश है। साथ ही शीलू के काम को देखकर अन्य लोग भी काफी प्रभावित होते हैं। फिलहाल अब शीलू को मोबाइल देखने का समय नहीं मिलता है।