इस समय हरियाणा के कई जिलों में हाईवे निर्माण का कार्य चल रहा है। हरियाणा में सड़कों का जाल बिछा हुआ है सड़कों के माध्यम से पूरे हरियाणा को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। दक्षिण हरियाणा को सीधे उत्तर हरियाणा से जोड़ने के लिए एक हाईवे का निर्माण किया जा रहा है इसका नाम ग्रीन फील्ड कोरिडोर रखा गया है। बता दें कि इस हाईवे की लंबाई 227 किलोमीटर है। यह हाईवे प्रदेश के कुल 8 जिलों से होकर गुजरेगा इसका सफर भी काफी आरामदायक होगा। हाईवे के निर्माण का लगभग 90% कार्य पूरा हो चुका है। जल्दी ही इसको पूरा करके लोगों को समर्पित किया जाएगा।
इस प्रोजेक्ट की बात करें तो इसका निर्माण कार्य कुल 8 हिस्सों में बांटा गया है और इसके लिए कुल 8 राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की कंपनियों को काम सौंपा गया है। एनएचएआई (National Highway authority of India) के तहत कार्य कर रही हैं सभी कंपनियों के पास अलग-अलग 20 से 35 किलोमीटर तक का निर्माण कार्य है।
पहले पैकेज में इस्माइलाबाद से ढांड, दूसरा पैकेज ढांड से राजौंद, तीसरा पैकेज राजौंद से खेड़ी जींद, चौथा पैकेज खेड़ी जींद से जुलाना जींद, पांचवां जुलाना से खरकड़ा रोहतक, छठा पैकेज खरकड़ा रोहतक से चरखी दादरी, सातवां पैकेज चरखी दादरी से कनीना महेंद्रगढ़, कनीना महेंद्रगढ़ से नारनौल तक है।
2018 में इस कॉरिडोर की घोषणा की गई थी। साथ ही इसके लिए 18 से 26 एकड़ जमीन का अधिग्रहण भी किया गया था। इस पर करीब 529 करोड रुपए खर्च किए गए थे। 14 जुलाई 2020 को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इसका शिलान्यास भी किया था। साल 2022 के अंत तक इस कॉरिडोर को का निर्माण पूरा होना था। लेकिन भिवानी जिले के गांव खातीवास क्षेत्र में जमीन जमीन अधिग्रहण का विवाद व महामारी की वजह से इसमें देरी हो गई।
अब उम्मीद लगाई जा रही है कि जून तक इसका निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा और जून में ही यह कॉरिडोर चालू हो सकता है। इसके साथ ही इसका कुछ हिस्सा अप्रैल महीने में चालू किया जा सकता है। यह अंबाला कोटपुतली कॉरिडोर तीन राज्यों में उद्योग के सामान और यात्री यातायात के लिए सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। इससे प्रमुख शहरों में भीड़ को कम करने में भी मदद मिलेगी। इसके साथ ही इस एक्सप्रेस वे की वजह से अंबाला और जयपुर के बीच की दूरी भी कम होगी।
भिवानी शहर के लोग इस कोरिडोर को महम अथवा खरखड़ी मोड़ से पकड़ आएंगे। बता दें कि यह नया नेशनल हाईवे 152डी ना केवल बेहतरीन सफर का अनुभव देगा, साथ ही दोनों तरफ बिखरी हरियाली आपके सफर को आसान बना देगी।
यह कॉरिडोर नारनौल को अंबाला से जोड़ेगा, वही आने वाले समय में इसका इंटरचेंज दिल्ली कटरा एक्सप्रेस वे और दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे से भी जोड़ा जाएगा। इस वजह से इस क्षेत्र में आने वाले दिनों में आर्थिक गतिविधियां भी तेज होती होती हुई दिखाई देगी, लोगों के जीवन पर भी इसका काफी प्रभाव पड़ेगा।