उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि हरियाणा, जो क्षेत्रफल तथा जनसंख्या के मामले में कई राज्यों से छोटा हैं, लेकिन जीएसटी संग्रहण में पूरे देश में 5वें स्थान पर रहा है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष हमारा जीएसटी संग्रहण 16 प्रतिशत बढा है जिसके तहत कुल जीएसटी संग्रहण 35390 करोड़ रहा है जबकि पिछले वर्ष यह 30,507 करोड़ रूपए रहा था।
उन्होंने कहा कि हरियाणा आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हैं। इसलिए हमने जीएसटी संग्रहण का 40 हजार करोड़ का लक्ष्य निर्धारित किया है।
इसी प्रकार, उन्होंने एसजीएसटी की जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष एसजीएसटी का कुल संग्रहण 15,115 करोड रहा है जोकि पिछले वर्ष 11,959 करोड़ रूपए रहा था।
इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए हमारे विभाग द्वारा 12 से 15 अधिकारियों की एक टीम का गठन किया गया जो जीएसटी चोरी पर नकेल कसने में काफी हद तक कामयाब भी रही। इसके अलावा, हमने हरियाणा को मॉडयूल-1 से बदलकर मॉडयूल-2 में शिफट करने का काम किया और आंकडों में देरी के समय को भी कम करने का भी प्रयास किया गया।
इसी प्रकार, उन्होंने बताया कि हरियाणा में 30 करोड़ रूपए की लागत से जीएसटी कार्यालयों का आधुनिकीकरण किया गया। जिसमें हाई स्पीट इंटरनेट, कम्यूटर, आर्टिफिशियल इंटलीजेंस पर बल देकर उसे अपग्रेड किया गया है।