इस समय हर कोई भीषण गर्मी की मार झेल रहा है। लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। सूरज की तपिश से लोग बहुत ही परेशान हैं। इसलिए लोग मॉनसून सीजन का इंतजार कर रहे हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस साल समय से पहले ही मॉनसून (Monsoon Season) दस्तक देगा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (Indian Meteorological Department) ने जानकारी दी है कि 20 मई के बाद केरल (Kerala) में कभी भी मानसून दस्तक दे सकता है। यानी इस बार असीमा से करीब 10 दिन पहले मानसून आ सकता है। आमतौर पर केरल में 1 जून के आसपास मॉनसून दस्तक देता है लेकिन इस बार संभावना जताई जा रही है।
IMD ने पुणे स्थित आईआईटीएम (Indian Institute Of Tropical Meteorology, Pune) में विकसित मल्टी-मॉडल एक्सटेंडेड रेंज प्रेडिक्शन सिस्टम (MMERPS) का उपयोग करके अपने नवीनतम एक्सटेंडेड रेंज फोरकास्ट (ERF) की मदद से यह अनुमान लगाया है।

इंग्लिश न्यूज़पेपर द टाइम्स ऑफ इंडिया ने IITM के एक विशेषज्ञ के हवाले से एक रिपोर्ट प्रस्तुत की थी जिसमें 20 मई के बाद केरल में कभी मानसून की शुरुआत हो सकती है कहा गया था इसके अनुसार 28 अप्रैल को जारी पिछले एक्सटेंडेड रेंज फोरकास्ट में भी 19-25 मई की अवधि में केरल में वर्षा की गतिविधियों में वृद्धि का अनुमान लगाया गया था।
समय से पहले होगी मानसून की शुरुआत

अगर अगले सप्ताह भी ERF ऐसी ही स्थिति दिखाता है तो निश्चित तौर पर केरल में मानसून की शुरुआत समय से पहले ही हो जायेगी। भारत मौसम विज्ञान विभाग का नवीनतम ERF 5-11 मई (सप्ताह 1), 12-18 मई (सप्ताह 2), 19-25 मई (सप्ताह 3) और 26-जून 1 मई (सप्ताह 4) के लिए है।
बनने जा रहा चक्रवाती तूफान

आईआईटीएम के विशेषज्ञों का कहना है कि अभी तक केवल केरल में ही मॉनसून के जल्दी आने के संकेत दिख रहे हैं। इसके साथ ही पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान बनने वाला है।

इससे अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (Andaman and Nicobar Islands) पर मानसून के प्रवाह को मजबूत करने में मदद मिल सकती है। साथ ही तीसरे सप्ताह के आसपास मानसून के प्रवाह में बाधा की संभावना नहीं है। क्योंकि तब तक यह अपना प्रभाव खो चुका होगा।