शहरी स्थानीय निकाय विभाग की ओर से प्रदेश सरकार के आदेश पर प्रथम चरण में 521 अवैध कॉलोनियों को वैध करने की तैयारी शुरू कर दी है। नगर एवं ग्राम आयोजन विभाग की ओर से भेजी गई एक हजार आठ अवैध कॉलोनियों में से विभाग ने वैध करने के लिए सिर्फ 521 कालोनियां ही चुनी हैं। इन कॉलोनियों को वैध करने की अधिसूचना जारी करने से पहले विभाग ने सभी शहरों की नगर निकायों से अपने-अपने सदन में इस संबंध में एक प्रस्ताव पास करने के निर्देश दिए हैं।
सदन द्वारा पास किए जाने वाले कॉलोनियों से संबंधित प्रस्ताव की प्रति अतिशीघ्र विभाग मुख्यालय भेजने के निर्देश दिए हैं। बहादुरगढ़ में यह प्रस्ताव पास करने के लिए तैयारी की गई है।

चूंकि अभी पार्षदों का बोर्ड नहीं है तो यहां पर अधिकारी ही सदन की बैठक करके इस प्रस्ताव को पास कर विभाग मुख्यालय भेजेंगे। इस दिशा में नगर परिषद प्रशासन की ओर से आवश्यक कार्यवाही शुरू की गई है।
शहर वाइज वैध होने वाली कॉलोनियों की संख्या

गन्नौर की 14, सोनीपत की 27, गोहाना की 6, खरखौदा की 9, बहादुरगढ़ की 23, झज्जर की 32, बादली की एक, बावल की 7, रेवाड़ी की चार, धारूहेड़ा की दो, करनाल की 18, घरौंडा की सात, असंध की 10, तरावड़ी व नीलोखेड़ी की एक-एक, रादौर की 10, यमुनानगर की 13, साढ़ौरा की 8, पानीपत की 42, समालखा की 7 कॉलोनियों को वैध करने की तैयारी है।

इसके अलावा कालका की 34, पंचकूला की तीन, शाहाबाद की 17, पेहवा की दो लाडवा व कलायत की नौ-नौ, राजौंद की 5, चीका की 14, पुंडरी की तीन, महम की 6, रोहतक 41, सापला की 11, कलानौर की 9, सोहना की 7, गुरुग्राम की नौ, फरुखनगर की दो, पटौदी व मानेसर की तीन-तीन कॉलोनियों को वैध करने की तैयारी है।
महेंद्रगढ़ की 11, नारनौल व नांगल चौधरी की दो-दो, कनीना की तीन, तावडू की दो, नूह की तीन, पुन्हाना की चार, फिरोजपुर झिरका की एक, फरीदाबाद की 24, फतेहाबाद की तीन, रतिया की एक, नारनौंद की 11, हांसी की चार, नारायणगढ़ की एक, पलवल की 17, जींद की दो व सिरसा की एक कॉलोनी को वैध करने की तैयारी शुरू की गई है।
सरकार को भेजा प्रस्ताव

बहादुरगढ़ शहर की 23 कॉलोनियों को वैध करने का प्रस्ताव करके सरकार को भेजा जाएगा। जल्द ही संबंधित अधिकारियों की बैठक में यह प्रस्ताव लाया जाएगा और उसके बाद उसे पास करके आगामी कार्यवाही की जाएगी।