दिल्ली सरकार ने शराब के रेट तो कम कर ही दिए हैं और शराबियों के लिए इससे बड़ी खुशी शायद ही कोई होगी। दिल्ली में शराब के रेट कम होने से हरियाणा और एनसीआर के लोग भी वहीं से शराब खरीद रहे हैं। अभी कुछ दिनों पहले खबर आ रही थी हरियाणा में भी शराब के रेट कम होने वाले हैं लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए लगता नहीं कि हरियाणा सरकार छूट देने वाली है। कुछ राजनीतिज्ञों का कहना है कि इस समय देश में महंगाई अपने चरम सीमा पर है। रोजमर्रा की हर चीज पर महंगाई का कब्जा है।
कैथल के उप-आबकारी एवं कराधान आयुक्त सत्येंद्र कुमार श्योराण ने बताया कि शराब के कैंपों में किसी भी तरीके की कमी नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा जब हम थे का रिजर्व प्राइज पिछले रेटों में 14 से 15% बढ़ा कर दे रहे हैं तो इसमें कोई शक नहीं है कि जो भी ठेकेदार शराब का ठेका लेगा वह रेट भी बढ़ाएगा।
इसलिए शराब सस्ती होने की बातें केवल अफवाह है और 6 मई को हरियाणा सरकार ने मंत्रिमंडल बैठक में 2022-23 के लिए नई आबकारी नीति को मंजूरी दी है। इस बार सरकार ने शराब के ठेके के ग्रुप में 4 ठेकों में रखने का प्रावधान किया है।
अगर कैथल जिले की बात करें तो इस समय जिले में करीब 64 शराब के ठेके हैं और अगले साल तक बढ़कर इनके 68 या 78 होने की उम्मीद है। एक्साइज विभाग के अधिकारी इस संबंध में कार्य कर रहे हैं और जल्द ही ग्रुपों के लिए टेंडर निकाले जा सकते हैं। वहीं ग्रुप की बात करें तो जिले में 17 या 18 ग्रुप देखने को मिल सकते हैं।
श्योराण ने आगे बताया कि पहले ग्रामीण व शहरी ग्रुप अलग-अलग होते थे। लेकिन इस बार संबंधित जिले के अधिकारी ठेकेदार की सुविधा अनुसार शहरी के अलग ग्रामीण के अलग शहरी व ग्रामीण किसी भी प्रकार के ठेकों के ग्रुप बनाकर उनके टेंडर करवा सकते हैं। इससे शराब की अवैध तस्करी पर भी रोक लगेगी।