जल्दी ही हरियाणा समेत उत्तर भारत के सात राज्यों की इच्छा पूरी होने वाली है। अब श्रद्धालुओं को हरिद्वार जाने के लिए किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। सभी श्रद्धालुओं और तीर्थ यात्रियों के लिए जल्दी ही फोरलेन नेशनल हाईवे (4 Lane National Highway) तैयार किया जाएगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के इस प्रस्ताव को खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी में मंजूरी दे दी है। यह जानकारी हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह द्वारा दी गई है। खेल मंत्री ने कहा कि पटियाला-यमुनानगर फोरलेन राष्ट्रीय राजमार्ग (Patiala-Yamunanagar Fourlane National Highway) उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है। वर्ष 2019 में ही यह निश्चय लिया गया था कि पिहोवा व हरिद्वार जैसे विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों को फोरलेन राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ा जाएगा। कई बार वह यह मामला मुख्यमंत्री के सामने रख चुके थे।
खेल मंत्री ने आगे कहा कि पिहोवा व हरिद्वार बहुत ही महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल हैं। हर साल देश-विदेश से लाखों की संख्या में तीर्थ यात्री अपने दिवंगत परिजनों व रिश्तेदारों के कर्मकांड, गति, नारायनबली व अंतिम क्रियाकर्म के लिए पिहोवा आते हैं, जो कि मुख्यत: पंजाब के रास्ते पहुंचते हैं।
इस तीर्थ यात्रा के लिए कोई सीधी रेललाइन भी नहीं है। इसलिए तीर्थ यात्रियों को सड़क परिवहन का इस्तेमाल करना पड़ता है। लेकिन इस सड़क की हालत बहुत ही ज्यादा खस्ता है। जम्मू-कश्मीर से तीर्थ यात्री पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश व दिल्ली से होते हुए इसी सड़क से हरिद्वार पहुंचते हैं और हरिद्वार के बाद इसी मार्ग से पिहोवा आते हैं।
इन तीन सड़क परियोजनाओं को मिली मंजूरी
बता दें कि अंबाला जिले के घस्तीपुर क्रासिंग से टांगरी नदी बांध पर सड़क, नूंह जिले के गांव मानकी से जोगीपुर हथीन रोड की निर्माण योजना व हिसार जिले के न्योली कलां से दुर्जनपुर परियोजनाओं को सरकार ने अपनी मंजूरी दे दी है। मुख्य सचिव गुरुवार को यहां ई-भूमि पोर्टल के माध्यम से खरीद की जाने भूमि के प्रस्तावों के बारे में सचिवों की कमेटी बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
इस बैठक में हिसार, अंबाला, नूंह, झज्जर और सोनीपत के उपायुक्त वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से जुडे़ और कुल 10 विकास कार्यों को लेकर चर्चा की गई। मुख्य सचिव ने प्रदेश में सड़क तंत्र को सुदृढ़ एवं मजबूत करने के अलावा नई सड़कों के निर्माण को लेकर, संबंधित उपायुक्तों को नई सड़कों के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण के कार्यों को व्यक्तिगत स्तर पर लोगों से बातचीत कर निपटाने के निर्देश दिये।
बैठक में अंबाला जिले में घस्तीपुर क्रासिंग से टांगरी नदी बांध पर सड़क कार्य को स्वीकृति प्रदान की गई। इस कार्य के लिए अधिग्रहण की जाने वाली भूमि के लिए करीब 87 प्रतिशत किसानों ने सहमति प्रदान कर दी है। इसके अलावा नूंह जिले के गांव मानकी से जोगीपुर हथीन रोड की सड़क निर्माण योजना और हिसार जिले के न्योली कलां से दुर्जनपुर परियोजना को भी मंजूर किया गया।
हिसार से जींद रोड से जोड़ने वाले संपर्क मार्ग के साथ साथ, नारनौंद बाईपास के निर्माण कार्य के लिए भूमि अधिग्रहण की भी विस्तार से चर्चा की और अधिकारियों को इस परियोजना की विस्तार समीक्षा कर प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव, राजस्व और आपदा प्रबंधन पीके दास, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, लोक निर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।