इस समय देश के कई राज्य भीषण गर्मी (Summer) की मार झेल रहे हैं। लगातार गर्मी का प्रकोप जारी है और ऊपर से अब तो लू (loo) भी अपने पूरे शबाब पर है। गर्मी की वजह से आमजन में त्राहि-त्राहि मची हुई है। इस समय हरियाणा के कई जिलों में मरुस्थलीय हवाओं (Desert Winds) का आगाज हो चुका है तो वहीं शेष हिस्सो मे पसीने और उमस वाली गर्मी (sweaty and sweltering heat) लगातार बढ़ती जा रही है। अब तो दिन और रात के तापमान (Day and Night Temprature increased) में भी बढ़ोत्तरी हो रही है। जितना तापमान पहले दिन का हुआ करता था अब वह रात में होता है।
राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ. चंद्रमोहन का कहना है कि लगातार इन मरुस्थलीय पवनों का आगाज हरियाणा के पश्चिमी दक्षिणी के साथ दक्षिणी पूर्वी जिलों पर सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, महेंद्रगढ़, चरखी दादरी, रेवाड़ी, फरीदाबाद, गुड़गांव, पलवल, सोहना, तावडू, सोनीपत व एनसीआर दिल्ली में लगातार जारी है।
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इसके अलावा हरियाणा के अन्य जिलों में पसीने और उमस वाली गर्मी लगातार बढ़ती जा रही है। साथ ही दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। बीते दिनों हरियाणा के हिसार और सोनीपत जिले में तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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हरियाणा में तापमान सामान्य से 7.0 डिग्री सेल्सियस ऊपर पहुंच चुका है। इसलिए भारतीय मौसम विभाग ने सम्पूर्ण इलाके में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी कर दिया है।
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साथ ही हरियाणा के बीच से होकर एक तिरछी टर्फ रेखा के कारण संक्रमण ज़ोन ( जहां दो पवनों का मिलन होता है) और मौसम में अस्थिरता की वजह से दोपहर बाद बादलवाही के साथ तेज़ गति धुल भरी हवाएं चलने की गतिविधियों को दर्ज किया गया है।
अनुमान है कि आने वाले दिनों में हरियाणा व एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 1.0 डिग्री से 2.0 डिग्री सेल्सियस तापमान की बढ़ोतरी हो सकती है।
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साथ ही साथ वर्तमान में बने संक्रमण ज़ोन और मौसम में अस्थिरता की वजह से आंशिक बादलवाही के साथ धुल भरी हवाएं चलने की संभावना बन रही है। जल्द ही एक नया कमजोर वैस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय होगा जिस कारण मैदानी राज्यों में कुछ स्थानों पर मौसम गतिशील और परिवर्तनशील होने से इस भीषण गर्मी से कुछ राहत मिलने की संभावना है।