विकास एवं पंचायत मंत्री देवेन्द्र सिंह बबली (Cabinet Minister Devendra Singh Babli) ने कहा कि प्रदेश के जिस भी क्षेत्र में बारिश से जलभराव (rain waterlogging) की स्थिति पैदा होती है। उन स्थानों को चिन्हित कर उसका स्थायी समाधान किया जाए। प्रदेश के किसी भी शहर में बरसाती पानी से जलभराव की स्थिति पैदा ना हो, यह सुनिश्चित करने के लिए अधिकारी जल्द से बरसाती योजनाओं का कार्यान्वयन करें। इस दौरान कैबिनेट मंत्री बबली किसान विश्राम गृह, टोहाना में सभी विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे।
उन्होंने सभी विभागों से मौजूदा समय में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की और विकास कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने जलभराव की स्थिति बारे भी संबंधित अधिकारियों से विस्तार से जानकारी ली।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहरों की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए, अगर कहीं पर भी फुटपाथ टूटे हुए हैं तो उन्हें जल्द ही ठीक किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार की योजना अनुसार सभी स्कूलों के नवीनीकरण और शहरों से दुधारू पशुओं की डेयरी शिफ्टिंग का प्रपोजल बनाकर जल्द से जल्द सरकार को भेजा जाए ताकि उसे अमलीजामा पहनाया जा सके।
विकास योजनाओं को बनाते समय अधिकारी यह अवश्य ध्यान में रखें कि यह योजना जिन मानदंडों के आधार पर पूरी होनी है, वे सभी मानदंड संपूर्ण किए जाएं। विकास कार्यों को गुणवत्तापूर्ण निर्धारित समय में ही पूरा किया जाए, ताकि समय पर जनता को उनका लाभ मिल सके।
पंचायत एवं विकास मंत्री ने कहा कि बरसात के दिनों में क्षेत्र की सुन्दरता व स्वच्छ वातावरण के लिए सड़कों, नहरों के किनारे व खाली पड़ी जमीन पर अधिक से अधिक पौधे लगाए जाएं ताकि प्रदेश को हराभरा बनाकर पर्यावरण को दूषित होने से बचाया जा सके। इन सभी योजनाओं के लिए सभी विभागों के अधिकारी आपसी तालमेल बनाकर कार्य करें।
उन्होंने कहा कि नागरिकों को सरकार द्वारा लागू की गई जन कल्याणकारी योजनाओं तथा विभिन्न सेवाओं का लाभ समय पर देना उनकी प्राथमिकता है।