हर किसी का सपना होता है कि पढ़ लिख कर वह बड़ा अफसर बने। और जब बात किसी बड़े अधिकारी की होती है तो मन में सबसे पहले सिर्फ सिविल सेवा का ध्यान आता है। लाखो उम्मीदवार हर साल सिविल सर्विसेज की परीक्षा देते हैं और हर किसी को इंतजार रहता है इसके परिणाम का। इस बार के UPSC के परिणाम आ चुके हैं। इस बार आयोग ने भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय विदेश सेवा, भारतीय पुलिस सेवा और केंद्रीय सेवाओं, ग्रुप ए और बी में नियुक्ति के लिए 685 चयनित उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है। इसमें सामान्य वर्ग के 244, ओबीसी के 203, एससी के 105, एसटी के 60 और 73 ईडब्ल्यूएस के हैं।
इस बार यूपीएससी की परीक्षा में हरियाणा के 13 होनहारों को सफलता मिली है और इनमे सबसे ज्यादा प्रदेश लड़कियां हैं। सिविल सर्विसेज के लिए यहां से कुल 8 लड़कियां चुनी गई हैं और इनमें से 4 तो एक ही जिले सोनीपत की हैं। उनके नाम प्रतिभा दहिया, निधि, उत्तम और गरिमा गर्ग हैं।
शाश्वत संगवान ने 34वां रैंक हासिल कर हरियाणा में सबसे आगे हैं। इसी प्रकार हिसार के नारनौंद की सोनिया कटारिया 115वें, झज्जर जिले के गांव सेहलंगा बेटी मुस्कान डागर पहले प्रयास में 471वें रैंक पर आई हैं।
प्रतिभा दहिया: 55वीं (Pratibha Dahiya)
प्रतिभा दहिया ने यूपीएससी में 55वां रैंक हासिल की है। उनकी इस सफलता पर उनके परिजनों और उन्हें चाहने वालों का उत्साह देखा जा सकता है। प्रतिभा दहिया खरखौदा रोड पर आने वाले गांव झरोठ की रहने वाली हैं।
शाश्वत सांगवान: 34वां रैंक (Shashvat Sangwan)
हरियाणा में चरखी दादरी के पैंतावास खुर्द गांव के रहने वाले शाश्वत सांगवान ने ऑल इंडिया रैंकिंग में 34वां स्थान प्राप्त किया है। शाश्वत के पिता सतीश व मां ललिता एमबीबीएस एमडी डॉक्टर हैं और दिल्ली में क्लीनिक चलाते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर पूरा भरोसा था। उसका पढ़ाई में बहुत मन लगता था और यही वजह है कि वह यूपीएससी की परीक्षा पास कर पाया।
कनिका राठी: 64वां रैंक (Kanika Rathi)
बहादुरगढ़ की बेटी कनिका राठी की यूपीएससी में 64वीं रैंक आई है। वह मूलरूप से गांव खरड़ की रहने वाली हैं और वर्तमान में परिवार के साथ बहादुरगढ़ के दयानंद नगर में रह रही है। बता दें कि इससे पहले वह तीन बार यूपीएससी का परीक्षा दे चुकी हैं लेकिन सफल नहीं हो पाईं। तीनों असफलताओं से सीख लेकर उन्होंने चौथी बार में यूपीएससी क्लियर की। सोमवार को घोषित रिजल्ट में उनका 64वां रैंक आया।
पुलकित बल्हारा: 65वां रैंक (Pulkit Balhara)
रोहतक के पुलकित बल्हारा ने यूपीएससी में 65वां रैंक हासिल कर जिले का नाम रोशन कर दिया है। पुलकित का परिवार रोहतक के सेक्टर में 3 में रहता है और वह मूल रूप से गांव बहुअकबरपुर के रहने वाले हैं। उनकी इतनी बड़ी सफलता पर बधाइयां देने वालों का तांता उनके घर लगा हुआ है।
इशु अग्रवाल: 81वां रैंक (Ishu Agrawal)
हरियाणा के महेंद्रगढ के नारनौल के कारोता गांव के इशू 81वां पायदान हासिल किया। आईपीएस अधिकारी बनकर इशु ने अपने परिवार और गांव सबका नाम रोशन किया है। जल्दी जी इशु का नागरिक अभिनंदन किया जाएगा।
गरिमा गर्ग: 220वां रैंक (Garima Garg)
यूपीएससी में हरियाणा सोनीपत के गोहाना गांव की बेटी गरिमा गर्ग ने 220 वां रैंक हासिल कर गांव और परिवार का नाम रोशन किया है। गरिमा गर्ग अभी परिवार सहित सोनीपत की गुड़ मंडी में रहती हैं।
निधि गहलोत: 524वां रैंक (Nidhi Gehlot)
सोनीपत की ही रहने वाली निधि गहलोत ने यूपीएससी में 524वां रैंक हासिल किया है। निधि का परिवार सोनीपत सेक्टर-23 में रहता है। उनके पिता ने ड्राइविंग करके पूरा घर चला रहे थे। आज उनकी मेहनत का फल बेटी ने यूपीएससी पास करके दे उनके यहां भी खुशियां मनाई जा रही हैं।
उत्तम: 121 वां रैंक (Uttam)
हरियाणा के सोनीपत से ही उत्तम ने यूपीएससी क्लियर कर लिया। उत्तम ने यूपीएससी में 121वां रैंक हासिल किया है।
अनूप गर्ग: 269वां रैंक (Anup Garg)
हरियाणा के जिला महेंद्रगढ़ के सतनाली में डिगरोता के अनूप गर्ग ने यूपीएससी परीक्षा में 269वीं रैंक हासिल की है। उनका कहना है कि मन में अगर ठान लो तो कोई काम असंभव नहीं होता और यही उनका सक्सेस मंत्र है। उन्होंने कहा कि वह स्वयं 4 बार इंटरव्यू तक पहुंचे थे लेकिन सफल नहीं हो पाए। असफलताओं के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और तैयारी में जुटा रहे और आखिरकार उन्हें सफलता मिल हो गई।
ऊषा यादव: 345वां रैंक (Usha Yadav)
हरियाणा के भांखरी की रहने वाली ऊषा यादव ने UPSC में 345वां रैंक हासिल किया है। वह ओबीसी वर्ग से हैं। उन्होंने 8 साल तैयारी की और 6 बार सिविल सर्विसेज की परीक्षा दी। 4 बार असफल होने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। 5वीं बार वह साक्षात्कार तक पहुंची और अंतत: अपने 6वें प्रयास में कामयाब रहीं।