खाली रोड या हाईवे पर बहुत से वाहन चालक रेसिंग ट्रैक समझ कर अपनी गाड़ी की रफ्तार 100 के पार पहुंचा देते हैं। ऐसे में अगर अचानक कोई गाड़ी सामने आ जाए तो एक्सीडेंट होने का खतरा और भी ज्यादा बढ़ जाता है। अब अगर दिल्ली और चंडीगढ़ के (Delhi to Chandigarh) बीच चलने वाले वाहन जो जीटी रोड (GT Road) पर अपनी गाड़ियां तेज रफ्तार में चलाते हैं, तो अब वह सावधान हो जाएं। अगर आपने जैसे ही गाड़ी की स्पीड बढ़ाने की कोशिश (Challan of Overspeeding) की तो उसी समय चालान सीधा आपके घर पहुंचेगा।
बता दें कि अब जीटी रोड पर 24 घंटे पुलिस की नजर रहेगी। सेक्टर-40 बाबरपुर के पास, सिवाह और हल्दाना के पास पानीपत से दिल्ली (Panipat to Delhi) लेन पर 36 कैमरे लगाए गए हैं। वहीं आज जीटी रोड पर 90 से ज्यादा की स्पीड पर दौड़ रही आठ गाड़ियां सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है।

आटोमेटिक नंबर प्लेट रिकोग्नाइजेशन (ANPR) के तहत इन वाहनों के ओवर स्पीड के चालान काटे जा चुके हैं और ट्रैफिक पुलिस ने इन वाहन चालकों के पते पर चालान भेज दिए हैं। श ओवर स्पीड के लिए प्रत्येक वाहन चालक से दो-दो हजार रुपये की चालान राशि वसूल की जाएगी।
निगरानी के लिए तैनात हैं कर्मचारी

बता दें कि जीटी रोड पर चंडीगढ़ और दिल्ली की तरफ 3 कैमरे लगाए गए हैं और इसकी निगरानी हैदराबाद की पेडवी कंपनी कर रही है। इन तीनों जगहों पर कंपनी के दो-दो कर्मचारी तैनात किए गए हैं। साथ ही पुलिस के भी दो-दो कर्मचारी कार्यरत हैं।
कैमरे के पास से गुजरते ही रिकॉर्ड होगी तस्वीर

इन कर्मचारियों का काम कैमरा को ऑपरेट करना होगा। वाहन अगर ओवरस्पीड होंगे तो कैमरे के पास से गुजरते ही तस्वीर रिकॉर्ड हो जाएगी। इसके बाद लघु सचिवालय में बने पुलिस विभाग के ट्रैफिक कंट्रोल रूम (traffic control room) से वाहन मालिक का ऑनलाइन पता लगाकर घर पर चालान (Online Challan) भेजा जाएगा।

वहीं जिन गाड़ियों के नंबर प्लेट नहीं है उन्हें ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि उनका तो और भी ज्यादा नुकसान होने वाला है। क्योंकि ओवरस्पीडिंग के साथ-साथ उनका नंबर प्लेट ना होने का भी चालान कटेगा।