हरियाणा अंतर्राष्ट्रीय बागवानी मण्डी गन्नौर को विकसित करने के लिए वर्षों से लम्बित पड़े कार्यों को अमलीजामा पहनाने की दिशा में कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। इस दिशा में एक कदम और बढाते हुए बोर्ड ऑफ डायरेक्टरर्स की 18वीं बैठक में प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कसंलटेंट लगाने के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रोपोजल (आरएफपी) को स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके साथ ही ईपीसी कंसलटेंट लगाने के लिए भी बोर्ड को सूचित किया गया कि दो निविदांए प्राप्त हुई हैं।
कारपोरेशन की हाई पावर कमेटी ने तकनीकी छंटनी के बाद उन्हें स्वीकार कर लिया है। बोर्ड ने उनके फाईनेंसियल बिड्स खोलने की अनुमति भी प्रदान कर दी है।

हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल की अध्यक्षता में इंटरनेशनल होर्टिकल्चर मार्केटिंग कारपोरेशन के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बैठक में गन्नौर मण्डी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने के लिए कदम उठाए गए हैं। अब इन्हें विभागीय वेबसाईट पर अपलोड किया जाएगा।

इस महत्वपूर्ण कार्य के बाद हरियाणा होर्टिकल्चर मार्केटिंग बोर्ड की राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनेगी और प्रदेश के चहुमंखी विकास के लिए भी रास्ते खुलेंगे । किसानों को इसका भरपूर लाभ मिलेगा और वे आर्थिक रूप से सशक्त और मजबूत होंगे।

बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, सुमिता मिश्रा सहित विभागीय अधिकारी भी शामिल हुए। कृषि एवं विपणन बोर्ड के मुख्य प्रशासक टी.एल सत्यप्रकाश व निदेशक अर्जुन सैनी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े।

मुख्य सचिव ने कहा कि गन्नौर मण्डी को राष्ट्रीय स्तर पर विकसित करने के लिए निविदाओं के ईपीसी मॉड पर टेक्निकल एलिजिबिलिटी प्रस्ताव को प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसलटेंट (पीएमसी) के अनुरोध जांच प्रस्ताव (आरएफपी) का आकलन कर स्टीयरिंग कमेटी को भेजा जाएगा जिसके अध्यक्ष मुख्यमंत्री मनोहर लाल हैं। इस प्रकार बागवानी विभाग के लम्बित कार्यों में और तेजी आएगी तथा उन्हें आगे बढ़ाया जा सकेगा।

बैठक में हरियाणा इंटरनेशनल होर्टिकल्चर मार्केटिंग कारपोरेशन का वर्ष 2020-21 का वार्षिक वित्तीय लेखा जोखा भी प्रस्तुत किया गया।