स्वच्छता के क्षेत्र में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से नगर निगम ने एक कदम और आगे बढ़़ाया है। अंबेडकर चौक स्थित मॉडल स्कूल की दीवार पर पेंटिंग के जरिए प्लास्टिक से होने वाले नुकसान को दिखाया गया है। साथ ही दूषित पानी किस तरह से छोटी उम्र में ही बीमारियों का बड़ा कारण बन गया है, इस तस्वीर की एक झलक सब कुछ बयां कर रही है। सुपवा (State University of Performing and Visual Arts) के छात्र आपको प्लास्टिक और दूरिूषत पानी से होने वाले नुकसान से जागरूक करने के लिए रातभर नहीं सोते।
सुपवा के एनिमेशन विभाग के अंशुल भारद्वाज, फाइन आर्ट्स के विशाल और पेंटिंग के हुसैन अब्बास अपनी इमेजिनेशन रात के समय दीवार पर उकेर रहे हैं और जल व शहर का साफ-सुथरा रखने का संदेश दे रहे हैं। इनके टैलेंट की तारीफ करते हुए सुपवा के वीसी गजेंद्र चौहान कहते हैं कि यूनिवर्सिटी में टैलेंट की कोई कमी है, बस इन्हें सही मार्गदर्शन की जरूरत है।
तस्वीर में एक जेसीबी भी बनाई गई है, ये गंदगी उठाने के लिए नहीं बल्कि उससे होने वाली बीमारियों को उठा रही है। खास बात ये कि ये बीमारियां इंसान के शरीर में डाली जा रही हैं, इसका जिम्मेदार और कोई नहीं खुद इंसान ही है जो खुले में गंदगी फेंकने से बाज नहीं आ रहा। वहीं एक कप में नेचर को कैद किया गया है। जिसकी वजह से बीमारियां लोगों में घर कर रही हैं।
गंदगी न फैलाएं, पर्यावरण स्वच्छ बनाएं
अंशुल कहते हैं कि उनकी टीम रोजाना रात को मॉडल स्कूल की दीवार पर जाकर चित्र बना रही है। उन्होंने बताया कि इस पेंटिंग में ये देखा जा सकता है कि एक बच्चा नहर में से पानी पीने की कोशिश कर रहा है, लेकिन उसमें प्लास्टिक इतना है कि पानी मुंह तक नहीं पहुंच पा रहा।
साथ ही इस पानी को पीने से जो बीमारियां होंगी, उसे बच्चे के दिमाग में कला के माध्यम से दशार्या गया है। ये कितना खतरनाक हो सकता है, अगर इसको सभी समझेंगे तो ही सकारात्मक परिणाम आएंगे। यहां ये भी बता दें कि इससे पहले महिला थाने के बाहर सुपवा के ही विद्यार्थियों नेे महिला सशक्तिकरण को दशार्ती पेंटिग भी बना रखी है।
विवेक बंसल नहीं कर सके खुलासा आज की जरूरत है नेचर को बचाना नेचर को बचाना आज की जरूरत है। बच्चों की कला की वजह से अगर एक व्यक्ति भी सकारात्मक सोच को विकसित करता है तो उनकी मेहनत सफल होगी। हमारी यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों में भरपूर टैलेंट है। हरियाणा जैसे खिलाडि़यों के लिए जाना जाता है वैसे ही आगे अब यह कलाकारों के लिए जाना जाएगा। – गजेंद्र चौहान, वीसी सुपवा
घातक होंगे दूरगामी परिणाम
अगर हम अभी से स्वच्छ पानी का संरक्षण नहीं करेंगे तो इसके दूरगामी परिणाम भयानक होंगे। जो जीवन के लिए घातक होंगे। पानी का विकल्प नहीं है। बारिश का पानी को संजो के रखने के लिए भी उपाय करें। पानी को दूषित न करें। इस पेंटिंग के जरिए पर्यावरण और पानी के दूषित होने के कारण को दशार्या गया है। -डॉ. नरहरि बांगड़, आयुक्त नगर निगम