स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक के छात्रों को मुफ्त किताबें देने को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों और मुद्रकों में अहम बैठक हुई। समीक्षा बैठक में महानिदेशक सेकेंडरी एजुकेशन डॉ. जे गणेशन और निदेशक मौलिक शिक्षा डॉ. अंशज सिंह ने पुस्तकों के मुद्रण और वितरण की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए।
अधिकारियों ने कहा कि स्कूल खुलते ही हर बच्चे के हाथ मे किताब होनी चाहिए, क्योंकि पाठ्यक्रम में बदलाव के चलते पहले से ही पुस्तक वितरण में काफी देर हो चुकी है।

उन्होंने आगे कहा कि अब इस मामले में कोई देरी नही होनी चाहिए। इसके बाद अधिकतर प्रकाशकों ने 7 जुलाई तक सभी बच्चों को किताबें देने की बात कही है।

गौरतलब है कि विभाग की ओर से कक्षा पहली से आठवीं के छात्रों को मुफ्त किताबें दी जाती है,इस बार पाठ्यक्रम में बदलाव के चलते पुस्तकों के प्रकाशन में समय लग रहा है।

फिलहाल जिला कार्यालय स्तर पर अधिकतर कक्षाओं की पुस्तकें पहुंच चुकी हैं, जबकि कुछ की प्रक्रिया जारी है। विभाग की कोशिश है कि गर्मी की छुट्टियों के बाद स्कूल खुलते ही सभी बच्चों को किताबें मिल सके।