छोटी सी उम्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा मुकाम हासिल करना अपने आप में ही बड़ी बात है। मात्र 16 साल की उम्र में हरियाणा की तमन्ना की तमन्ना पूरी हो गई। मेवात की बेटी के मुक्कों की गूंज अब विदेशों में भी सुनाई देने लगी। जार्डन में आयोजित जूनियर एशियन चैंपियनशिप में तमन्ना की प्रस्तुति व मुक्कों की धमक से सारा स्टेडियम गूंज उठा। तमन्ना की इस प्रस्तुति पर प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। बता दें कि तमन्ना का जन्म 2006 में जिले के गांव मांडीखेड़ा में हुआ।
बता दें कि पिछले 5 वर्षों से मांडी खेड़ा में ही तमन्ना बॉक्सिंग की कोचिंग ले रही है। इससे पूर्व भी तमन्ना ने राष्ट्रीय स्तर पर भी कई प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। तमन्ना के पिता मूल रूप से हिसार निवासी हैं जो जेबीटी अध्यापक है।
कोच मनोज कुमार ने बताया कि सही में तमन्ना की मेहनत रंग ला रही है। बेहद प्रतिभाशाली तमन्ना का चयन साई (स्पोर्ट्स अथारिटी आफ इंडिया) में हो गया है जहां उन्हें और बेहतर बाक्सिंग के गुर सीखने को मिलेंगे।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार खेलों को लेकर युवा पीढ़ी को खुलकर समर्थन दे रही है। सरकार की नीतियों के कारण ही हरियाणा के खिलाड़ी देश दुनिया में अपनी चमक बिखेर रहे हैं।
तमन्ना की इस उपलब्धि पर उनके पिता अनिल कुमार ने बताया कि बेटियां बेटों से अब कहीं भी कम नहीं है। तमन्ना को यहां तक पहुंचाने में उनके कोच मनोज कुमार का विशेष योगदान रहा है जिन्होंने लगातार 5 वर्षों तक उनकी बेटी को अपने पास रख बाक्सिंग के गुर सिखाए।