अब जल्दी ही हरियाणा में मानसून दस्तक देने वाला है, ऐसे में अब हर तरफ हरियाली ही हरियाली नजर आयेगी। वन विभाग और विभिन्न संस्थाएं भी अब पौधारोपण की तैयारियों में जुटेंगी। हरियाणा समेत कई राज्यों में प्री-मानसून बारिश भी हो चुकी है। अब सिर्फ मानसून के आगमन का इंतजार है। वन विभाग की ओर से इस बार 50 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं पौधे वितरित करने का लक्ष्य अलग है। अपनी नर्सरी में भी वन विभाग ने पौधे तैयार कर रखे हैं।
बता दें कि प्रति व्यक्ति औसत में जितनेे पेड़ होने चाहिए, उनमें हरियाणा का झज्जर जिला काफी पीछे है, वहीं बहादुरगढ़ में लगातार बढ़ते उद्योगाें के कारण हरियाली का एरिया लगातार कम हाे रहा है। यहां पांच बड़े औद्योगिक क्षेत्र बन चुके हैं।

इसके अलावा कहीं-कहीं वैध-अवैध एरिया में उद्योग चल रहे हैं। आपको बता दें कि चार औद्योगिक क्षेत्र तो यहां पर सरकार द्वारा ही विकसित किए गए हैं। कुल मिलाकर कहा जाए तो जिस रफ्तार से इस क्षेत्र में प्रदूषण बढ़ रहा, उसी रफ्तार से यहां हरियाली फैलने की जरूरत है।
प्लास्टिक पाऊच में तैयार हो रहे पौधे

वन विभाग के साथ-साथ यहां पर कई संस्थाएं भी ऐसा ही प्रयास कर रही हैं। लेकिन यहां और भी ज्यादा प्रयास की जरूरत महसूस हो रही है। पिछले दिनों क्लीन एंड ग्रीन एसोसिएशन ने अलग तरह की मुहिम भी शुरू की। उसके द्वारा प्लांट पैकेट तैयार किए गए।

सैपलिंग के ताैर पर प्लास्टिक पाऊच में खाद-मिट्टी और बीज डालकर लोगों को वितरित किए गए। उसमें अब पौधे उग रहे हैं। दो से तीन सप्ताह के अंदर ये पौधे रोपने के याेग्य हो जाएंगे। इससे पहले भी यह एसोसिएशन पौधारोपण काे लेकर प्रयासरत रही है। दूसरी कई संस्थाएं भी हरियाली के लिए जुटी हैं।
नागरिकों के बिना लक्ष्य हासिल कर पाना मुश्किल

वहीं दूसरी तरफ वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि जब तक हर नागरिक पौधे लगाने और उन्हें सहेजने के लिए तत्पर नहीं होगा, तब तक पर्याप्त हरियाली का लक्ष्य हासिल कर पाना बहुत मुश्किल है। यदि हर नागरिक साल में कम से कम दो पौधे लगाए और उनकी देखभाल करे तो आसपास खूब हरियाली होगी।