जिस तरह क्यूबा बॉक्सरों की राजधानी के नाम से पूरे दुनिया में फेमस है उसी तरह भले ही हरियाणा का हिसार का लाडवा गांव फेमस नहीं है लेकिन उससे (Ladwa village of Haryana) कम भी नहीं है। लाडवा की धरती अब हैंडबल के खिलाड़ियों के नाम से जानी जाती है यहां नेशनल और इंटरनेशनल स्तर पर खिलाड़ी (Players at National and International level) तैयार किया जाते हैं तभी तो इस धरती को मिनी क्यूबा (Mini Cuba of Haryana) कहा जा रहा है। लाडवा की धरती पर हैंडबॉल के खिलाड़ियों की ऐसी पौध तैयार हुई है, जिन्होंने न केवल भारत बल्कि विश्व में अपनी प्रतिभा का डंका बजवाया है।
हैंडबॉल खिलाड़ियों की नर्सरी लाडवा में प्रशिक्षण लेकर संदीप पूनिया समेत अब तक 8 खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय स्तर, 75 राष्ट्रीय स्तर तथा 100 से अधिक खिलाड़ी राज्यस्तर पर पदक जीत चुके हैं। हर साल की तरह इस साल भी 23 जून को विश्व हैंडबॉल-डे तथा ओलंपिक-डे पर लाडवा गांव में विशेष आयोजन किया जा रहा है।
लाडवा के खिलाड़ी संदीप पूनिया, नवीन पूनिया, रवि पूनिया, अजय श्योराण, अमित शर्मा, नवीन पंघाल, खुशबू पूनिया, मोनिका पूनिया ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हैंडबॉल में अपना दमखम दिखाया है। इसके अलावा लाडवा की टीम ने अकेले कई राष्ट्रीय ओपन हैंडबॉल प्रतियोगिताओं हरियाणा सहित पड़ोसी राज्यों में भी परचम लहराया है।
हरियाणा में एक मात्र गांव लाडवा जहां लड़के व लड़कियों दोनों ही टीमें बेहतरीन हैं। दो दोस्तों ने बनाई हैंडबॉल खिलाडि़यों की फौज विश्वस्तर प्रसिद्ध युवा कोच महावीर पूनिया तथा अशोक पूनिया ने हैंडबॉल में गांव लाडवा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है।
इस जोड़ी ने जिले, राज्य, राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भी ऑफिशियल की भूमिका निभाई। जिले व राज्य की हैंडबॉल टीमों के कोच, मैनेजर व कनिजेंटल इंचार्ज भूमिका भी निभाई है। दोनों की इच्छा अंतरराष्ट्रीय स्तर के हैंडबॉल खिलाड़ी बनने की थी, लेकिन किसी कारण वश उनकी यह इच्छा पूरी नहीं हो पाई।
दोनों दोस्तों ने एक साथ फिजिकल एजुकेशन में डिग्री की और कोर्स किए। दोनों खुद अंतरराष्ट्रीयस्तर के खिलाड़ी नहीं बन पाए हो, लेकिन लाडवा की धरती से उन्होंने कई राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर के हैंडबॉल खिलाड़ी की फौज खड़ी कर दी।
दोनों हाथ से गोल करने में माहिर संदीप संदीप पूनिया साउथ एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेता हैं। संदीप ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं जो दोनों हाथ से गोल करने में माहिर हैं। नवीन पूनिया एशियन खेलों में प्रतिभागिता साउथ एशियन में रजत पदक जीत चुके हैं। वर्तमान में वे आर्मी में कार्यरत है और हैंडबॉल कोच हैं।
लाडवा की खुशबू पूनिया जूनियर एशियन हैंडबॉल चैंपियनशिप में भारतीय टीम की कप्तान रह चुकी है। अमित शर्मा तीन बार अंतरराष्ट्रीय 70 पर खेल चुके हैं तथा दो बार पदक भी जीत चुके हैं। मोनिका और रवि ने भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतकर अपनी पहचान बनाई है।
लाडवा के खिलाड़ियों को हैंडबॉल का प्रशिक्षण कोच अशोक पूनिया और कोच महावीर पूनिया दे रहे हैं। लाडवा के खिलाड़ियों को तराशने में साई सेंटर के पूर्व हैंडबॉल कोच आरएस चहल, पूर्व जिला हैंडबॉल कोच सतपाल ढांडा, कोच जय भगवान पानू का उल्लेखनीय योगदान रहा है।