अगर आप थक गए है या ऑफिस से आये है। उस समय आपकी थकन दूर करने के लिए एक कप कॉफी मिल जाय तो मजा आ जाता है। काफी पीने से बहुत सारे फायदे होते है। इसलिए आजकल लोगो की बहुत अच्छी पसंद बन गयी है कॉफी। गर्मियों में हम हॉट कॉफी और सर्दिओ में हम कोल्ड कॉफी पीना पसंद करते है लेकिन क्या आप जानते है कि कॉफ़ी कैसे बनती गई इसके बनाने की प्रक्रिया आप सुनकर हैरान रह जाएंगे।
ब्लैक आइवरी ब्लैंड कॉफी उत्तरी थाइलैंड में बनाई जाने वाली ब्लैक आइवरी ब्लैंड कॉफी हाथी के गोबर में शामिल बीजों से बनाई जाती है। आपको बता दें यह दुनिया की सबसे महंगी कॉफी ब्लैंड्स में से एक है।
इस एक किलोग्राम कॉफी की कीमत 1100 डॉलर यानि 67100 रुपए है। इस कॉफी को बनाने के लिए पहले हाथियों को कॉफी की फली यानि बीज खिलाया जाता है। हाथी कच्ची फलियां खाते हैं, उसे पचाते हैं और लीद गिरा देते हैं।
बाद में उसी गोबर में कॉफी के बीज निकाले जाते हैं। एक किलोग्राम कॉफी प्राप्त करने के लिए हाथी को लगभग 33 किलोग्राम कॉफी के बीज खिलाये जाते हैं। हाथी की लीद से बीज निकालने का काम प्रशिक्षित टे्रनरों द्वारा किया जाता है।
इसके बाद इन बीजों को अच्छी तरह साफ कर धूप में सुखाया जाता है। फिर पीसकर पाउडर बनाया जाता है। इस तरह ब्लैक आइवरी कॉफी तैयार की जाती है।
इस कॉफी की खासियत है कि इसमें कड़वापन नही होता। पाचन क्रिया के दौरान हाथी के एंजाइम कॉफी का कड़वापन खत्म कर देते हैं। पाचन क्रिया के दौरान हाथी के एंजाइम कॉफी के प्रोटीन को तोड़ देते हैं। इसकी वजह से कड़वापन खत्म हो जाता है और स्वाद बढ़ जाता है। तो जाना आपने दुनिया की सबसे महंगी कॉफी किससे बनती है।