महामारी के दौरान सरकार ने गरीबों के लिए जितनी भी घोषणाओं का ऐलान किया है। उन सभी योजनाओं का पैसा सरकार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के माध्यम से लोगों तक पहुंचा रही है।महिला जनधन खाताधारकों के अकाउंट में 500 रुपये जमा करा रही है। कई बैंक जन धन योजना से बने अकाउंट्स से हर महीने एक तय लिमिट के बाद डेबिट होने पर 20 रुपये तक चार्ज कर रहे हैं।
यह चार्ज BSBDA अकाउंट से हर महीने 4 से अधिक लेनदेन होने पर वसूला जा रहा है। इस तरह ऐसे अकाउंट्स से डिजिटल लेनदेन करना ग्राहकों को बहुत महंगा पड़ रहा है। उन्हें इस चक्कर में हर महीने अच्छी खासी रकम देनी पड़ती है।

इन अकाउंट से हर महीने 4 ट्रांजैक्शन पूरे होने के बाद ग्राहकों से 20 रुपये प्रति डेबिट तक वसूला जा रहा है। आईआईटी बॉम्बे के एक प्रोफेसर आशीष दास ने अपनी एक रिपोर्ट में यह दावा किया है। दास गणित विभाग के प्रोफेसर हैं।

उनका कहना है कि दूसरे रेगुलर अकाउंट्स की तुलना में इन अकाउंट्स को लेकर बैंकों को सौतेला व्यवहार है। खासकर, डेबिट ट्रांजैक्शन के मामले में ऐसा देखने को मिल रहा है। बता दें कि इसके पहले भी आशीष दास ने ग्राहकों से जुड़े ऐसे करीब 50 मामलों पर रिपोर्ट तैयार किया है।

बैंकिंग सेक्टर को लेकर जारी इनमें से कई रिपोर्ट्स के आधार पर नीतियों में बदलाव भी करना पड़ा है। आपको बता दें बैंक जीरो बैलेंस के लिए चार्ज की वसूली नहीं करती है, लेकिन अगर आप फ्री सीमित लेन-देन से ज्यादा पैसों का ट्रांजेक्शन करेंगे तो आप पर जुर्माना लगा सकता है।

बैंक ऐसा बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट अकाउंट्स खाताधारकों के साथ कर रहे हैं। अगर आपने जनधन योजना के तहत बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट अकाउंट खुलवाया है तो आप मंथली सिर्फ 4 बार लेनदेन कर सकते हैं। इससे ज्यादा लेनदेन करने पर आप पर बैंक की ओर से जुर्माना लगाया जाता है।