हरियाणा के जेवर एयरपोर्ट (Zevar Airport) और यमुना एक्सप्रेस-वे (Yamuna Expressway) को जोड़ने की कवायद तेज हो चुकी है। बता दें दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से जोड़ने वाली इस सड़क (Budget for Link road to Delhi-Mumbai Expressway) के लिए बजट जारी हो चुका है और उम्मीद है कि जल्दी ही इसका काम शुरू होगा। वही इसके लिए 2 साल की डेडलाइन रखी गई है। गौरतलब है कि साल 2024 में जेवर एयरपोर्ट से पहली उड़ान शुरू होगी। यह सड़क ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे के (Green Field Expressway) नाम से जानी जाएगी। यह एक्सप्रेस-वे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से जोड़ी जायेगी।
31 किलोमीटर लंबे इस ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का एक हिस्सा हरियाणा में तो दूसरा गौतमबुद्ध नगर में आएगा। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट के माध्यम से बजत जारी होने की जानकारी दी है।
बता दें कि फरीदाबाद के बल्लभगढ़ (Ballabhgarh) से होते हुए चंदावली के पास दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे का एक हिस्सा गुजर रहा है। बल्लभगढ़ से जेवर की दूरी करीब 31 किमी है। हरियाणा और यूपी सरकार ने साथ मिलकर जेवर पाइंट पर दोनों एक्सप्रेस-वे को जोड़ने की मांग रखी थी। हालांकि शुरू में जमीन अधिग्रहण के खर्च पर हरियाणा सरकार तैयार नहीं थी
31 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे का 7 किलोमीटर का हिस्सा उत्तर प्रदेश में है तो वहीं बाकी का हरियाणा में। बल्लभगढ़ से आने वाली सड़क यमुना एक्सप्रेस-वे से 32वें किलोमीटर पर जुड़ेगी। इंटरचेंज की मदद से ट्रैफिक यमुना एक्सप्रेस-वे (traffic on Yamuna expressway) पर आगे बढ़ जाएगा। वही इंटरचेंज पर चार लूप भी बनाए जाएंगे, दो लूप चढ़ने और दो उतरने के लिए होंगे।
टर्मिनल तक जाएगा 800 मीटर लम्बा एलिवेटेड रोड
बता दें कि एक एलिवेटेड रोड (elevated road) यमुना एक्सप्रेस-वे जेवर वाले इलाके में भी बनाया जाएगा और यह एयरपोर्ट सीधे जेवर एयरपोर्ट के टर्मिनल तक जाएगी। इस लिंक रोड की मदद से दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे व ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे (Eastern Peripheral Expressway) से आने वाले वाहन, सभी इस एलिवेटेड रोड से होते हुए ही एयरपोर्ट के टर्मिनल तक जाएंगे।
वहीं दिल्ली-एनसीआर, अलीगढ़, मथुरा, आगरा, बुलंदशहर, खुर्जा और एटा की ओर से आने और एयरपोर्ट की ओर जाने वाले वाहन इसी 800 मीटर के एलिवेटेड रोड का इस्तेमाल करेंगे।