हरियाणा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) बहादुरगढ़ की विशेष टीम ने कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के 5 कुख्यात बदमाशों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। जिन्हें गिरफ्तार किया गया है उनमें मुसेवाला हत्याकांड में गिरफ्तार टीनू भिवानी का छोटा भाई एवं दक्षिण हरियाणा में बिश्नोई गिरोह के ड्रग का कारोबार संभालने वाले चिराग के अलावा देश का मशहूर कार चोर मनोज बक्करवाला भी शामिल हैं। उनके अलावा राजस्थान के बाड़मेर का रहने वाला कुख्यात बदमाश प्रकाश बाड़मेर, अमित निवासी पिंजौर एवं संजय सीट कवर वाला निवासी जीरकपुर शामिल हैं।
एसटीएफ के एसपी सुमित कुमार ने बताया कि उपरोक्त सभी बदमाश लारेंस बिश्नोई गिरोह के सक्रिय सदस्य हैं जो गिरोह के लिये हथियारों के अलावा लग्जरी गाड़ियां और दिल्ली से लेकर हरियाणा और पंजाब तक नशे की सप्लाई करते हैं और गिरोह के लिये अवैध वसूली करते हैं।
उपरोक्त बदमाशों को एसटीएफ बहादुरगढ़ इंचार्ज इंस्पेक्टर विवेक मलिक की टीम ने आज एक सीक्रेट इन्फॉर्मेशन पर तेजी से काम करते हुए बहादुरगढ़ बाईपास क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। ये बदमाश चोरी की इनोवा और स्कॉर्पियो गाड़ियों में सवार होकर दिल्ली की ओर से हरियाणा में घुसे थे।
लंबे समय से कर रहे थे गिरोह के लिए काम
एसपी सुमित कुमार ने बताया कि पकड़े गए सभी बदमाश लंबे समय से लारेंस बिश्नोई और काला जठेड़ी के गिरोह के लिये काम कर रहे थे। उपरोक्त सभी से गहराई से पूछताछ चल रही है ताकि इस गिरोह के बाकि बदमाशों को भी काबू किया जा सके।
स्पेशल टास्क फोर्स के एसपी सुमित कुमार के मुताबिक मनोज बक्करवाला और बाकि अपराधी बिश्नोई गैंग के कुख्यात बदमाश टीनू भिवानी के जरिये लारेंस बिश्नोई और सम्पत नेहरा के सम्पर्क में आये थे। उसके बाद से ये लोग इस गिरोह के लिए काम कर रहे थे।
सैंकड़ों लग्जरी गाड़ियों की चोरी
मनोज बक्करवाला ने पूछताछ में यह भी बताया है कि बिश्नोई गैंग के लिये हथियार एवं नशा इत्यादि उपलब्ध करवाने के अलावा वह लग्जरी गाड़ियां चोरी करने का आदतन अपराधी भी रह चुका है और अभी तक देश के विभिन्न राज्यों से सैकड़ों लग्जरी गाड़ियां चुरा चुका है। वह कई बार गिरफ्तार और पुलिस को चकमा देकर फरार भी हो चुका है।
उस पर दिल्ली, हरियाणा, यूपी एवं पंजाब समेत कई जगहों पर अनेक केस दर्ज हैं और मनोज अब तक करीब 10 साल तक जेल की हवा भी खा चुका है। जब वह गिरोहबंदी के एक केस में लुधियाना जेल में बन्द था तो वहीं पर बन्द बिश्नोई गिरोह के बदमाश टीनू भिवानी से उसकी दोस्ती हो गयी। टीनू के जरिये ही वह और उसके बाकि साथी बदमाश बिश्नोई गिरोह में शामिल हुए थे।
कई अपराधिक वारदातों को दे चुका है अंजाम
एसपी सुमित कुमार के मुताबिक मनोज बक्करवाला ने पूछताछ में यह भी बताया है कि वह अपने साथी बदमाश प्रकाश चन्द पुत्र मंगलाराम वासी गडरा थाना धोरी मन्ना जिला बाड़मेर, राजस्थान तथा अमित कुमार पुत्र सतीश वासी मकान न0 598 A/B1 रथपूर कालोनी पिंजौर, जिला पंचकुला व संजय पुत्र सुमारु वासी D-398 जेजे कालोनी गांव बक्करवाला दिल्ली वैस्ट के साथ मिलकर अनेक आपराधिक वारदातों को अंजाम दे चुका है।
वह पहले OLX पर गाडीयों की डिटेल चैक करता व एम. परिवहन एप से इंजन नम्बर व चैसिस नम्बर प्राप्त करके चोरी की हुई गाडी का इंजन नम्बर व चैसिस नम्बर पंचिंग करवाने के लिए मेरठ के सोनू प्रधान उर्फ शिव नाथ वासी मेरठ को दे देता था। सोनू पंचिंग के बाद गाड़ियों को उसे वापिस दे देता था।
साथी की तलाश जारी
इसी क्रम में वह इलाहाबाद उत्तर प्रदेश में अपने एक साथी से गाडी के फर्जी कागजात तैयार करवा लेता था और फिर गाडी को मोटी रकम लेकर आगे लारेंस बिश्नोई गिरोह के बदमाशों के जरिये बेच देता था। सोनू प्रधान एवं इलाहाबाद में रहने वाले उसके फर्जी कागजात तैयार करने वाले साथी की तलाश की जा रही है और उनको भी जल्द काबू कर लिया जाएगा।
इसके अलावा मनोज बक्करवाला ने यह भी बताया है कि चोरी की एक फोरचूनर गाड़ी उसके बद्दी, हिमाचल प्रदेश में किराए के फ्लैट पर भी खडी है जिसका उसके सिवाय किसी को पता नही है, पुलिस उस गाड़ी को भी कब्जे में करने के लिए काम शुरू कर चुकी है।
करते थे नशे का कारोबार
एसपी सुमित कुमार ने कहा कि बताया कि बिश्नोई का साथी बदमाश टीनू भिवानी और उसके साथियों ने मिलकर भिवानी के बहल झुप्पा, सिवनी इलाकों में दूसरे लोगों के नाम से शराब के ठेके भी ले रखे हैं और टीनू का छोटा भाई चिराग उर्फ कालू उन धंधों को संभालता है। इस पूरे क्षेत्र में चरस एवं चिट्टा की सप्लाई एवं बिक्री का गौरखधंधा भी चिराग ही संभालता है। साथ लगते राजस्थान में शराब की अवैध तरीके से सप्लाई में भी ये लोग शामिल थे।
उन्होंने बताया कि एसटीएफ बहादुरगढ़ इंचार्ज इंस्पेक्टर विवेक मलिक की टीम इस पूरे गिरोह के अन्य बदमाशों की भी तलाश कर रही है और इसी सिलसिले में कई स्थानों पर रेड भी कंडक्ट की जा रही हैं।