हरियाणा में रैपिड मेट्रो के करनाल तक लाने के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट अब सिरे चढ़ने की दिशा में आगे बढ़ रही है। इस प्रोजेक्ट के तहत यह रैपिड मेट्रो को दिल्ली से करनाल तक रेलवे लाइन के साथ साथ लाने की योजना पर भी विचार हुआ था। लेकिन जनता की सहुलियत और अन्य बिंदुओं को देखते हुए इसे खारिज कर दिया। अब यह प्रोजेक्ट हाइवे के किनारे ही बनाया जाएगा। लिहाजा इससे लोगों को अधिक सहुलियत होगी। करनाल के लिहाज से हाइवे के आसपास खासी आबादी है। यहां तक पहुंचने के लिए पड़ोसी जिलों के लोगों को भी आसानी होगी।
इस प्रोजेक्ट को शुरू करने का कार्य भी पूरा हो गया है। ड्रोन सर्वे व पिलर लगाने के लिए मिट्टी जांच की प्रक्रिया पहले ही पूरी हो गई थी। पहले यह प्रोजेक्ट पानीपत तक था लेकिन सीएम मनोहर लाल के प्रयासों से इसे करनाल तक विस्तार दिया गया।
घरौंडा के विधायक हरविंद्र कल्याण ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत रैपिड मेट्रो को रेलवे लाइन के साथ साथ लाने का पहलू भी सामने आया था, लेकिन यह सिरे नहीं चढ़ सका। जनता की सहुलियत और अन्य बिंदुओं को देखते हुए इसे हाइवे के साथ साथ ही बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीएम के प्रयासों से ही करनाल तक यह प्रोजेक्ट आ रहा है। प्रदेश सरकार की ओर से इस प्रोजेक्ट को लेकर स्वीकृत मिल चुकी है। इस प्रोजेक्ट को लेकर तेजी से कार्य चल रहा है।
करनाल से दिल्ली तक बनेंगे कुल 17 स्टेशन
पिछले साल ड्रोन सर्वे से यह जान लिया गया था कि इस प्रोजेक्ट के तहत ट्रेन का ट्रैक कहां कहां से होकर गुजरेगा। जबकि पिलर जमीन के अंदर 30 फीट तक लेकर जाए जाएंगे। इसके बाद इन पर ट्रेन की लाइन बिछाई जाएगी। अब पानीपत से करनाल तक की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी लगभग फाइनल हो चुकी है। इस प्रोजेक्ट के तहत यह तय हो चुका है कि करनाल से दिल्ली के तक 17 स्टेशन बनेंगे।
एक घंटे में पहुंचेंगे राजधानी
करनाल से दिल्ली तक पहुंचने के लिए बस या ट्रेन में ढाई घंटे तक लग जाते हैं। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद यही सफर महज एक घंटा कुछ मिनट में तय हो जाएगा। पिछले साल दिल्ली-पानीपत रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम आरआरटीएस को सरकार से मंजूरी मिल थी।
हालांकि पहले यह प्रोजेक्ट दिल्ली से पानीपत तक था, लेकिन प्रदेश सरकार के प्रयासों से यह प्रोजेक्ट करनाल तक कर दिया गया। इस कार्य के गति से होने की संभावना इस बात से भी है कि जब पहले दिल्ली से पानीपत तक का प्रोजेक्ट बना तो इसका कार्य तेजी से हुआ। स्टेशन व रूट तय हो गए थे और डीपीआर भी बन गई थी।
यहां बनेंगे स्टेशन
प्रोजेक्ट में दिल्ली से लेकर करनाल तक कुल 17 स्टेशन बनाए जाने प्रस्तावित हैं। करनाल जिले में पानीपत की ओर से आते हुए सबसे पहला स्टेशन घरौंडा में बनाया जाएगा। इसके बाद ट्रेन में सवार होने के लिए एक स्टेशन ऊंचा समाना में बनाया जाएगा। जबकि तीसरा स्टेशन बलड़ी बाइपास के पास होगा। तीनों जगह ही हाइवे के साथ हैं।
ऊंचा समाना स्टेशन का लाभ आसपास के ग्रामीणों को मिलेगा तो साथ हाइवे से होकर भी स्टेशन पर पहुंचा जा सकता है। जबकि बलड़ी बाइपास के स्टेशन नए बस स्टैंड के समीप होगा। यहां दूसरे जिलों से बसों में आकर लोग दिल्ली जाने के लिए ट्रेन के सफर का आनंद ले सकेंगे। जबकि घरौंडा स्टेशन भी लोगों के लिए लाभदायक रहेगा। से 10 मिनट में मिलेगी सर्विस
हर 6 से 10 मिनट में मिलेगी सर्विस
इस प्रोजेक्ट की खास बात यह है कि ट्रेन का लोगों को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। क्योंकि 6 से 10 मिनट के बीच में ट्रेन स्टेशन पर उपलब्ध होगी। एक बार ट्रेन में 250 लोग सवार हो सकेंगे।