हरियाणा सरकार प्रदेश के सभी उपभोक्ताओं को निरंतर एवं निर्बाध बिजली आपूर्ति मुहैया करवाने के लिए वचनबद्ध है। प्रदेश में दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही बिजली की खपत के प्रति सजग है। इसी दिशा में प्रदेश भर में 15 जुलाई को ‘बिजली चोरी पकड़ो अभियान’ (Catch electricity theft campaign) चलाया गया था। भविष्य में भी इस तरह के अभियान चलाए जाएँगे और बिजली चोरी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
प्रवक्ता ने बताया कि इस दौरान बिजली अधिकारियों द्वारा उपभोक्ताओं को बिजली चोरी न करने और बिजली बिल का भुगतान समय पर करने के लिए भी आग्रह किया गया।
प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इसी दिशा में बिजली मंत्री रणजीत सिंह के निर्देश पर 15 जुलाई को ‘बिजली चोरी पकड़ो अभियान’ के दौरान उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के अधिकारियों द्वारा पुलिस दल सहित प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर बिजली की जांच के लिए छापामारी की गई, जिसमें RO, आइस कैंडी, कोल्ड स्टोर, ईंट भट्ठा, अस्थाई कनेक्शन, ढाबों, मोबाइल टावर और घरेलू/गैर घरेलू कनेक्शनों आदि की जांच की गई।
प्रवक्ता ने बताया कि ‘बिजली चोरी पकड़ो अभियान’ के दौरान यूएचबीवीएन के सभी दस सर्कलों में कुल 252 टीमों को जांच के लिए लगाया गया, जिन्होंने सुबह 6 बजे से ही अपनी जांच की कार्यवाही शुरू कर दी थी। बिजली चोरी रोकने की मुहिम में टीमों द्वारा 13929 कनेक्शनों को जांचा गया और बिजली चोरी के 1719 केस पकड़े गए। इस प्रकार उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम की टीमों द्वारा लगभग 4.88 करोड़ की चोरी पकड़ी गई ।
उन्होंने बताया कि डीएचबीवीएन के सभी सर्कलों में भी अधिकारियों द्वारा छापामारी की गई, जिसमें 243 टीमों को तैनात किया गया। इस दौरान 5860 कनेक्शनों की जांच की गई और चोरी के 1286 मामले सामने आए तथा 4.94 करोड़ की बिजली चोरी पकड़ी गई। बिजली अधिकारियों की टीम द्वारा बिजली चोरी में संलिप्त पाए गए उपभोक्ताओं पर विभागीय कार्यवाही करते हुए जुर्माना लगाया गया तथा पूरे राज्य में की गई छापेमारी के दौरान 6.5 मेगावाट की चोरी पकड़ी गई।