हरियाणा में खेलों को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास (all round development of players of Haryana) हेतू हरियाणा सरकार निरंतर कार्य कर रही है। परिणामस्वरूप प्रदेश के बेटे-बेटियां राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में नाम रोशन कर तिरंगे की शान बढ़ा रहे हैं। इसी कड़ी में अब खेल (10 Day-boarding and 8 residential academies have been started) एवं युवा मामले विभाग ने खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने के लिए 10 डे-बोर्डिंग और 8 आवासीय अकादमियां शुरू की हैं।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व व खेल एवं युवा मामले राज्य मंत्री सरदार संदीप सिंह के मार्गदर्शन में सरकार की विभिन्न खेल नीतियों और प्रयासों से राज्य में खेलों का ऐसा महौल बना है कि आज हरियाणा की पहचान खेल क्षेत्र में विश्व पटल पर बनी है।
अब एक कदम और आगे बढ़ते हुए खिलाड़ियों के हुनर को तराशने के लिए विभाग की खेल अकादमी योजना के तहत विभागीय प्रशिक्षकों द्वारा विभिन्न खेलों के लिए 10 डे-बोर्डिंग और 8 आवासीय अकादमियां शुरू की गई हैं।
उन्होंने बताया कि डे-बोर्डिंग और आवासीय अकादमियों में प्रशिक्षण प्राप्त कर राज्य के खिलाड़ियों को और बढ़ावा मिलेगा। इन अकादमियों के सभी प्रशिक्षुओं को प्रति खिलाड़ी 400 रुपये प्रति दिन की दर से डाइट दी जाएगी
प्रवक्ता ने बताया कि तैराकी, ताइक्वांडो, साइकलिंग, हॉकी, बॉक्सिंग, फुटबॉल, एथलेटिक्स, कुश्ती, फेंसिंग और वॉलीबॉल के लिए डे-बोर्डिंग और आवासीय अकादमियां शुरू की गई हैं।
अभिनव पहल करने में अग्रणी हरियाणा
प्रवक्ता ने बताया कि एक ओर जहां देश व दुनिया में हरियाणा का नाम खिलाड़ियों को सर्वाधिक पुरस्कार राशि देने के लिए जाना जाता है तो वहीं खिलाड़ियों को खेलों की तैयारी के लिए 5 लाख रुपये की राशि एडवांस में देने की पहल से भी हरियाणा खेलों के हब के रूप में जाना जाता है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल स्पर्धाओं में मेडल जीतकर हरियाणा के साथ-साथ भारत का नाम भी विश्व मानचित्र पर दर्शाया है। ओलंपिक व पैरालंपिक- 2021 इसका जीवंत उदाहरण है कि कैसे हरियाणा खेलों के क्षेत्र में अन्य राज्यों के लिए पथ प्रदर्शक बनकर उभर रहा है।
इसके अलावा, अभी हाल ही में खेलो इंडिया यूथ गेम्स – 2021 की मेजबानी करने का मौका हरियाणा को मिला, जिसमें हरियाणा के खिलाड़ियों ने सबसे अधिक स्वर्ण पदक जीते। देशभर से आए खिलाड़ियों व कोचों ने हरियाणा की खेल संस्कृति को करीब से महसूस किया और जाना कि कैसे हरियाणा की मिट्टी सोना उगल रही है।