एक ओर सरकार शराब पीने की उम्र कम करती है तो वहीं दूसरी तरफ घर की महिलाएं शराब के ठेकों को बंद कराने के लिए प्रदर्शन कर रही हैं। हरियाणा के जिला चरखी दादरी के गांव किष्कंधा में ग्रामीण महिलाओं ने गांव में शराब के ठेके खुलने पर जमकर विरोध किया। बता दें कि विधायक नैना चौटाला द्वारा शराब के ठेके न खोले जाने के आदेश के बावजूद गांव में शराब का ठेका खुला और इस पर महिलाओं ने खूब रोष जताया और यह अल्टीमेटम भी दिया कि अगर ठेका बंद नहीं हुआ तो इसे आग के हवाले कर दिया जायेगा। इसके बाद शराब के ठेकों को खिलाफ एक बड़ा आंदोलन चलाया जायेगा और वह आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे।
बीते दिनों गांव किष्कंधा में शराब का ठेका खुलने से ग्रामीणों ने खूब विरोध-प्रदर्शन किया। शराब का ठेका नहीं खोलने की मांग को लेकर प्रस्ताव पारित करते हुए ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों व राजनीतिक लोगों से मुलाकात भी की थी।
इस पर संज्ञान लेते हुए बाढड़ा विधायक नैना चौटाला ने एसडीएम डॉ. संजय कुमार को आबकारी विभाग के अधिकारियों के माध्यम से शराब का ठेका नहीं खुलवाने के आदेश जारी किए थे।
बावजूद इसके गांव में बस्ती के पास ठेका खोल दिया गया। जिसके विरोध में ग्रामीण महिलाओं ने ठेका हटवाने की मांग को लेकर रोष प्रदर्शन किया। साथ ही उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया है कि अगर प्रशासन व सरकार ने उनकी बात नहीं मानी तो वह बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
प्रदर्शन के दौरान महिला संतोष, इंद्रावती, बिमला, सावित्री, शर्मिला, अनिता व पूर्व सरपंच सुभराम ने कहा कि प्रशासन व सरकार की मिलीभगत के कारण ही उनके गांव में शराब का ठेका खुला है।
इसकी वजह से महिलाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि ठेका नहीं हटाया गया तो बड़ा आंदोलन करते हुए शराब ठेके को आग लगा देंगे।