उम्र चाहे कितनी भी हो लेकिन भगवान में आस्था काम नहीं होती। भले ही 61 साल की उम्र हो गई हो, लेकिन भगवान शिव के प्रति आस्था में कोई कमी नहीं आई है। इस उम्र में निमोठ निवासी निवर्तमान सरपंच सत्यवान 29वीं बार हरिद्वार (Haridwar) से कांवड़ (kanwar yatra) उठाकर चल पड़े हैं। महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के दिन वह महेंद्रगढ़ (Mahendragarh) के बाघोत स्थित बाघेश्वर धाम में कांवड़ चढ़ाएंगे।
सत्यवान ने बताया कि वह पहली बार 30 साल की उम्र में हरिद्वार से कांवड़ लेकर आए थे। इसके बाद उन्हें हर साल कांवड़ लाने की आदत सी पड़ गई।
इस दौरान उसने एक बार कांवड़ लाने में चूक नहीं की। दो वर्ष पूर्व महामारी के कारण कांवड़ पर प्रतिबंद्ध ने दो बार कांवड़ लाने का रास्ता रोक दिया था, जिसका उन्हें हमेशा मलाल रहेगा।
इस बार सत्यवान दो दिन पूर्व हरिद्वार कांवड़ लाने के लिए रवाना हो गए थे। रविवार को हरिद्वार से कांवड़ उठाने के बाद वह पैदल रवाना हो चुके हैं।
उन्होंने बताया कि उनके साथ इस समय गांव के सतीश कुमार और कई अन्य शिव भक्त भी चल रहे हैं सत्यवान का कहना है कि कांवड़ लाने का उनका यह सिलसिला आगे भी लगातार जारी रहेगा।