हरियाणा में बहुत सी ऐसी जगह है जहां पर स्कूली छात्रों को जान जोखिम में डालकर उफनते नदियों के पानी को पार करके विद्यालय पहुंचना पड़ता है।
आपको बता दें की हरियाणा के पंचकूला में मोरनी गांव के विद्यार्थी कुछ इसी तरह पढ़ाई के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं। बता दें कि हरियाणा के पंचकुला जिले के मोरनी खंड में गांव के लोगों के लिए सुविधाएं नहीं दी गई हैं।
यह प्रशासन के कामों की कमी है या फिर प्रशासन की लापरवाही जिसके शिकार आम जनता हो चुकी है। आपको बता दें की यहां से बहने वाली बरसाती नदी पर पुल नहीं बनाया गया है।
जिसकी वजह से यहां के बच्चों को स्कूल जाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर ओपन ते हुए नदी को पार करना पड़ता है। जब भी बच्चे घर से बाहर निकलते हैं तो उनके अभिभावक को को बेहद डर बना रहता है।
इस गांव के एक ग्रामीण ने बताया की बाबर वाली नदी पर पुल ना होने की वजह से गांव बाबर वाली बाघ वाली मथाना दूध ला गांव के स्कूल में बच्चों को जान जोखिम में डालकर स्कूल जाना पड़ता है।
स्कूल जाने वाले बच्चों के अभिभावकों ने बताया कि बरसात के समय जब बच्चे स्कूल जाते हैं तो उन्हें छोड़ने के लिए स्कूल के रास्ते में जो नदी पड़ती है वहां तक साथ में जाना पड़ता है और उन्हें लेने भी आना होता है।
इसके अलावा आपको बता दें कि मोरनी एक हिल स्टेशन भी है जहां पर लोग दूर-दूर से घूमने के लिए आते हैं। आपको बता दें कि सरकार द्वारा लोगों की पढ़ाई को लेकर नए-नए योजनाएं बनाए जा रहे हैं और नए-नए तरीके भी अपनाए जा रहे हैं ।
जिससे बच्चों की शिक्षा पर ध्यान दिया जा सके परंतु यहां पर बच्चों को शिक्षा लेने के लिए स्कूल तक पहुंचने में ही जान जोखिम में डाला पड़ रहा है तो सरकार को यहां की दशा सुधारने चाहिए ताकि यहां के लोग और बच्चे सुरक्षित रह सके।