इटली के रोम में चल रही विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में गांव जुआं अखाड़े के पहलवान रोहित शर्मा ने शानदार खेल दिखाते हुए रजत पदक अपने नाम किया।
प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में रोहित ने मालडोवा के पहलवान शरमनोव से अंतिम क्षण तक मुकाबला किया, लेकिन 12-9 के अंतर से कुश्ती हारते हुए स्वर्ण पदक जीतने से चूक गया। रोहित के रजत पदक जीतने पर साथी पहलवानों में खुशी का माहौल है। रोहित अपनी तीनों कुश्तियां जीतकर फाइनल में पहुंचे थे।
गांव जुआं के राजीव गांधी खेल स्टेडियम में चल रहे अखाड़े के संचालक पहलवान संजीत ने बताया कि रोहतक के गांव घिलौड़ निवासी रोहित शर्मा उनके पास अखाड़े में अभ्यास करते हैं।
रोहित ने ग्रीको रोमन श्रेणी के 48 किलो भारवर्ग में इटली के रोम में चल रही अंडर-17 वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व किया।
सोमवार को रोहित ने अपनी तीनों कुश्तियां जीतकर फाइनल में जगह बनाई थी। मंगलवार देर रात स्वर्ण पदक के लिए रोहित का मुकाबला मालडोवा के शरमनोव से हुआ।
मुकाबले के शुरू में रोहित ने मैच को रोचक बना दिया, लेकिन विरोधी पहलवान लगातार बढ़त बनाता रहा। अंत में स्कोर 12-9 था। रोहित ने आखिरी सेकेंड तक स्वर्ण पदक जीतने के लिए पूरा जोर लगाया, लेकिन उन्हें रजत से ही संतोष करना पड़ा।
संजीत पहलवान ने बताया कि रोहित के रजत पदक जीतने पर साथी पहलवानों व अखाड़े से जुड़े अन्य लोगों ने खुशी की लहर है। संजीत ने बताया कि रोम से लौटने पर रोहित को सम्मानित किया जाएगा।
रोहित की जीत पर प्रशिक्षक डालमिया, प्रशिक्षक बलवंत सिंह, विनोद सरपंच, मुकेश सरपंच, जोगेंद्र उर्फ बिल्लू, विक्की, नीटू मास्टर, कुलदीप, संजय, ओम पहलवान, प्रताप ठेकेदार सहित अन्य ने रोहित की जीत पर खुशी व्यक्त की।