हरियाणा के सिरसा में प्रदेश के बिजली, जेल एवं अक्षय ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि प्रदेश की जेलों में लगातार सुधार के कार्य किए जा रहे हैं। इन सुधारों के परिणाम के रूप में अगले एक-दो माह में जेलों में बदलाव नजर आएगा।
जेल मंत्री बुधवार को सिरसा जेल में तीन दिवसीय आध्यात्मिक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि जेल कैदियों को संबोधित कर रहे थे। इसके उपरांत बिजली मंत्री ने जेल प्रांगण में पौधरोपण भी किया।
जेल मंत्री ने कहा कि जेलों में कैदियों को अच्छी व पौष्टिक खाना मिले, इसके लिए सरकार निरंतर काम कर रही है। अंग्रेजों के समय से चले आ रहे खाने के समय को भी बदला जाएगा।
गर्मियों में खाने का समय सायं 7 से 8 बजे, जबकि सर्दियों में सायं 6 से 7 बजे रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर प्रथम चरण में प्रदेश में 11 जेलों में पेट्रोल पंप खोले जाएंगे।
कुरुक्षेत्र जेल में पेट्रोल पंप की शुरुआत की जा चुकी है। कुरुक्षेत्र जेल पेट्रोल पंप के सुखद परिणाम आए हैं, जहां पर हर रोज 10 से 15 लाख रुपये की सेल हो रही है।
पेट्रोल पंप का संचालन कैदियों द्वारा किया जा रहा है। सिरसा जेल में भी पेट्रोल पंप खोला जाएगा, इसके लिए उन्होंने जेल अधीक्षक को प्रस्ताव बनाकर भेजने को कहा।
इस दौरान आचार्य प्रशांत मुकुंद इस्कॉन द्वारका व प्रवीण गुप्ता इस्कान ने अपने भजन व विचारों के माध्यम से कैदियों को अच्छे व बुरे कर्मों के बारे में बताते हुए सही जीवन जीने की सच्चाई से अवगत करवाया।
इस अवसर पर जेल अधीक्षक दीपक शर्मा, उप अधीक्षक मोहन सिंह, सीएमजीजीए रोमिल होतवानी, एडवोकेट संजीव जैन उपस्थित रहे।
जेल अधीक्षकों को भी मिलेगी यूनिफॉर्म व गाड़ी की व्यवस्था
जेल मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि जेल अधीक्षकों को भी जल्द ही यूनिफार्म दी जाएगी।
इसके साथ ही गाड़ी की भी व्यवस्था जेल अधीक्षकों के लिए की जाएगी। उन्होंने कहा कि जेल सुधार की दिशा में किए जा रहे कार्यों के लिए कोई भी कैदी अपने सुझाव दे सकता है।
जो भी अच्छे सुझाव होगा, उन्हें जरूर लिया जाएगा। जेल मंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास है कि कैदियों के अंदर एक सकारात्मक सोच विकसित कर उन्हें समाज की मुख्यधारा में जुड़ने के लिए प्रेरित किया जाए।
इसके लिए अनेक सुधारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में समय-समय पर जेलों में आध्यात्मिक कार्यक्रम करवाए जाते हैं। उन्होंने कैदियों को कहा कि वे एक अच्छे नागरिक बनकर बाहर जाएं।