जैसा कि सब जानते हैं बीते कुछ समय पहले देश महामारी से जूझ रहा था, लोग वैक्सीन लगवाने से कतरा रहे थे। लेकिन अब लगभग देश के हर नागरिक को वैक्सीन (Vaccination) की दोनों डोज लग चुकी है। ऐसे में अब सरकार ने लोगों को तीसरी डोज यानी प्रिकॉशन डोज (precaution dose of COVID-19 vaccine) लगवाने की अपील की है। इन दिनों हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में ‘छोले-भटूरे’ (Chhole Bhature) बेचने वाला एक व्यक्ति काफी चर्चा में है। क्योंकि वह तीसरी डोज लगवाने वाले व्यक्ति को एक प्लेट फ्री में छोले-भटूरे खिला रहा है।
45 वर्षीय छोले-भटूरे बेचने वाले संजय (Sanjay Rana) का कहना है कि लोग वैक्सीन की तीसरी डोज नहीं ले रहे हैं इसलिए वह फ्री में छोले भटूरे खिलाकर लोगों को प्रेरित कर रहे हैं ताकि वह वैक्सीन की तीसरी डोज ले। वह अपनी साइकिल पर छोले भटूरे बेचते हैं।

करीब एक साल पहले संजय राणा ने महामारी की वैक्सीन लगवाने वालों को एक प्लेट छोले भटूरे खिलाए थे। खुद प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) ने रेडियो पर ‘मन की बात’ (Man ki baat) कार्यक्रम में संजय राणा की तारीफ की थी।

उनके प्रयासों की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था कि समाज की भलाई के लिए, काम करने के लिए सेवा और कर्तव्य की भावना की जरूरत होती है और संजय इस बात को साबित करके दिखा रहे हैं।
15 सालों से बेच रहे छोले-भटूरे

संजय ने बताया कि वह पिछले 15 सालों से यह स्टाल चला रहे हैं। पिछले साल उनकी बेटी रिद्धिमा और भतीजी रिया ने उन्हें महामारी की वैक्सीन लगवाने वालों को मुफ्त में छोले-भटूरे खिलाने का विचार दिया था।

उन्होंने कहा कि वह केवल उन्हीं लोगों को फ्री में छोले-भटूरे खिलाते हैं जो उसी दिन वैक्सीन लगवाने का मैसेज दिखाते हैं। पंजाब के राज्यपाल भी संजय राणा के कार्यों की प्रशंसा कर चुके हैं।
सात महीनों तक फ्री में खिलाए छोले-भटूरे

संजय ने बताया कि पिछले साल उन्होंने महामारी की वैक्सीन लगवाने वालों को मई से अगले सात महीनों तक फ्री में छोले-भटूरे खिलाए थे। इस बार भी कुछ हफ्तों के लिए वह ऐसा ही करेंगे।

बता दें कि संजय हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर के रहने वाले हैं। उनकी पत्नी गृहणी हैं और उनकी एक बेटी भी है। उन्होंने दसवीं कक्षा तक पढ़ाई की। पिता के देहांत के बाद पूरे परिवार की जिम्मेदारी उनके कंधों पर आ गई तो वह छोले-भटूरे बेचकर परिवार का भरण पोषण करने लगे।