सभी देश प्रदेश फलों व सब्जियों के लिए एक दूसरे पर निर्भर रहते हैं. जब भी प्रदेश में फलों का आयात किया जाता है तो फलों को वाहनों में नुकसान ना पहुंचे इसके लिए उन्हें कागज की Cutting में लपेटकर लाया जाता है. अब टोहाना क्षेत्र से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां पर फलों को कागज की वजाय नोटों की कटिंग में लपेटकर लाया जा रहा था. नोटों की यह Cutting असली है या नकली यह जांच के बाद ही पता लग पाएगा.
पेटियों में भरी जा रही नोटों की कटिंग
एक फल विक्रेता ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले कुछ दिनों से हिमाचल प्रदेश से अनार की पेटियों को टोहाना मंडी में लाया गया है. लेकिन इन पेटियों में फलों को सुरक्षित रखने के लिए कागजों की कटिंग की जगह नोटों की कटिंग भरी गई थी. यदि यह कटिंग असली नोटों की हुई तो बड़ा लापरवाही का विषय माना जाएगा, और यह कटिंग नकली नोटों की हुई तो भी सरकार के लिए चिंता का विषय है. सभी फल विक्रेता यह देखकर हैरानी में पड़े हुए हैं.
फलों को सुरक्षित रखने के लिए भरी जाती है कागजों की कटिंग
बता दे कि टोहाना मंडी में एक फल विक्रेता सोनू कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले कुछ दिनों से हिमाचल से आ रही पेटियों में अनारो को सुरक्षित रखने के लिए कागजों की कटिंग की जगह 10, 100, 500, 2000 रुपए की नोटों की कटिंग भरी हुई होती है. उसने बताया कि पेटीयों में कागज की कटिंग फलों को सुरक्षित रखने के लिए भरी जाती है.
सरकार की कार्यशैली पर उठ रहे प्रश्न
पेटीयों में नोटों की कटिंग भरी होने की वजह से मंडियों में हड़कंप मचा हुआ है. लेकिन अभी तक इन नोटों की असली या नकली होने का पता नहीं लग पाया है. सरकार के लिए चिंता का विषय है की ये नोटों की Cutting कहां से और कैसे आई है. यह नोट असली हो या नकली सरकार की कार्यशैली पर प्रश्न खड़ा करता है. इसलिए सरकार को जितनी जल्द हो सके मामले की जांच करनी चाहिए.