सेना में भर्ती होना हमारे लिए नौकरी करना नहीं जुनून है, भारत माता की सेवा करने का। यह कहना है भारतीय सेना में अग्निवीर भर्ती होने के लिए अभ्यास करने वाले युवाओं का। गर्मी के मौसम के बावजूद सुबह और शाम युवा खेल स्टेडियम और गांव व शहर की बाहरी सड़कों पर जमकर अभ्यास कर रहे हैैं। पसीने से तर-बत्तर कुछ युवाओं का तो यह भी कहना है सेना में भर्ती होकर भारत माता की सेवा करना ही उनका एक मात्र लक्ष्य है। खास बात यह भी है कि इन युवाओं ने अपने वाहनों पर अग्निवीर फौजी और व्हाटसएप पर अपने स्टेटस पर भी केवल सेना में भर्ती होने वाले स्लोगन व गीत ही लगाए हुए हैै।
झज्जर क्षेत्र के गांव तलाव के राजीव गांधी खेल स्टेडियम में अभ्यास कर रहे कुनाल, मित्तू, लोकेश, धौले, पंकज आदि का कहना है कि कोरोना महामारी के चलते सेना की भर्ती नहीं निकली थी। जिसके चलते काफी संख्या में युवक ओवरएज भी हो गए थे। हम सभी भी सेना में भर्ती निकलने का इंतजार कर रहे थे। अब जब भर्ती निकली है तो जी-जान से तैयारियों में जुटे हैं। भर्ती होने के लिए पंजीकरण करवा दिया है और अब सुबह-शाम अभ्यास कर रहे हैं। उनका लक्ष्य है कि भारतीय सेना में भर्ती होकर भारत माता की रक्षा करना है।
अलसुबह सड़क किनारें भी युवाओं की टोलियां कर रही अभ्यास
झज्जर की भूमि को वीर भूमि कहा जाता है। स्वतंत्रता संग्राम की बात हो या फिर चीन, पाकिस्तान के साथ युद्ध की। यहां तक कि कारगिल सहित अन्य सेना आप्रेशन में झज्जर के वीरों ने अपने प्राणों की आहूति देकर भारत माता की रक्षा की है। फिलवक्त भी हजारों की संख्या में यहां के युवा भारतीय सेना और अन्य सुरक्षा बलों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।