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हरियाणा की सावित्री जिंदल एक साल में एक लाख करोड़ कमाकर बनीं देश की सबसे अमीर महिला

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सावित्री जिंदल एक कारोबारी हैं और अपने बिज़नेस के दम पर आगे बढती जा रही हैं. साल 2021 में फोर्ब्स इंडिया रिच लिस्ट (Forbes India Rich list 2021) में उनका नाम 7वें स्थान पर है. और वे महिलाओं के मामले में पहले स्थान पर हैं.


सावित्री जिंदल की नेट वर्थ 1.34 लाख करोड़ रुपए (Savitri Jindal Net Worth) बताई गई है. इसके बावजूद उनका जीवन साधारण है। हमेशा सादे लिबास में रहने वाली वो महिला नियमित रूप से पूजा-पाठ करती है। दान-पुण्य में भी आगे रहती हैं। सावित्री जिंदल जिंदल ग्रुप की चेयरपर्सन होने के साथ ही राजनेता और सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। इस के साथ ही सावित्री जिंदल भारत की सबसे अमीर महिलाओं की लिस्ट में भी शामिल हैं।

हम बात कर रहे हैं देश के बड़े बिजनेस समूह जिंदल गु्रप की चेयरपर्सन सावित्री जिंदल की। 2016 के आंकड़ों के अनुसार सावित्री जिंदल पूरे विश्व में 453 वी सबसे अमीर महिला थी लेकिन 2020 में वह 234 में नंबर पर आ गई है


2016 के आंकड़ों के अनुसार ही वह भारत की सातवें नंबर की सबसे अमीर महिला थी अब यह आंकड़ा उन्हें 19वें नंबर पर ले आया है सावित्री जिंदल ने अपना कदम राजनीति में उनके पति ओमप्रकाश जिंदल के जाने के बाद रखा 2019 में वे हरियाणा गवर्नमेंट में कैबिनेट मंत्री बनी।

सावित्री जिंदल जिंदल स्टेनलेस स्टील की चेयर पर्सन है और जिंदल स्टील्स पूरे इंडिया में तीसरे स्थान पर सबसे बड़ा स्टील उत्पाद का साधन है। भारत की सबसे अमीर मां का दर्जा उन्हें 6 अक्टूबर 2014 को मिला
20 मार्च 1950 को सावित्री जिंदल का जन्म असम में हुआ। उन्होंने मैट्रिक की और एक साल तक इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में भी स्टडी की। साल 1970 में उनकी शादी ओपी जिंदल के साथ हुई। जिस समय ओपी जिंदल से सावित्री की शादी हुई, उस समय जिंदल गु्रप तरक्की की राह पर आगे बढ़ रहा था।

साल 1952 में ओपी ङ्क्षजदल ने अपने बिजनेस की शुरूआत की थी। इसके बाद तो जिंदल गु्रप देश के बड़े कारोबारियों में शुमार हो गया। जिंदल गु्रप की कुल संपत्ति 53 हजार करोड़ के करीब है।


सावित्री जिंदल को राजनीति कभी रास नहीं आई। हालांकि मजबूरी के चलते उन्हें राजनीति में आना पड़ा। मार्च 2005 में उनके पति ओपी जिंदल की एक विमान हादसे में मौत हो गई।


इसके बाद सावित्री जिंदल की सक्रिय सियासत में एंट्री हो गई। जून 2005 में हुए हिसार के उपचुनाव में सावित्री जिंदल ने एकतरफा जीत हासिल की। खास बात यह है कि उनके सामने किसी भी राजनीतिक दल ने उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारा।

सावित्री जिंदल ने उपचुनाव में 1 लाख 3351 वोट हासिल करते हुए आजाद प्रत्याशी डा. राजेंद्र कुमार को करीब 1 लाख 2 हजार वोटों के अंतर से हरा दिया। साल 2009 के विधानसभा चुनाव में सावित्री जिंदल ने आजाद प्रत्याशी गौतम सरदाना को 14728 मतों के अंतर से पराजित किया।
वे कांग्रेस की सरकार में कैबीनेट मंत्री भी रहीं। साल 2014 के विधानसभा चुनाव में उन्हें भाजपा के डा. कमल गुप्ता से हार का सामना करना पड़ा। 1500 करोड़ से अधिक सपंत्ति की मालिक सावित्री का जीवन बेहद सादा है। वे नियमित रूप से पूजा-पाठ करती हैं।


साधारण साड़ी पहनना उन्हें पसंद हैं। सावित्री जिंदल देश की दिग्गज स्टील कंपनी जिंदल गु्रप की चेयरपर्सन हैं। 9 बच्चों की मां 71 वर्षीय सावित्री जिंदल समूह का संचालन करती हैं। उनका जिंदल समूह स्टील, पॉवर, सीमैंट और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में काम करता है।

अगर हम सावित्री जिंदल के परिवार की बात करें तो उनके चार बेटे हैं। पृथ्वीराज, सज्जन, रत्तन और नवीन जिंदल । सियासत में सक्रिय रहने और कुरुक्षेत्र से सांसद बनने वाले नवीन जिंदल तो चर्चा में रहते हैं, लेकिन अन्य बेटे कारोबार से ही जुड़े हुए हैं। पृथ्वीराज एसएडब्ल्यू जिंदल का काम देखते हैं।


सज्जन जिंदल जेएसडब्ल्यू के MD हैं। रत्तन जिंदल स्टेनलेस स्टील लिमिटेड के हैड हैं तो नवीन जिंदल जिंदल दल स्टील एंड पॉवर लिमिटेड के चेयरमैन हैं।
नवीन जिंदल साल 2004 और 2009 में कुरुक्षेत्र से सांसद निर्वाचित हुए थे जबकि 2014 में वे भाजपा के राजकुमार सैनी से चुनाव हार गए थे।


सावित्री जिंदल को डॉयमंड और गोल्ड का शौक है। उनके पास करीब 221 किलोग्राम चांदी जबकि करीब 12 हजार ग्राम सोना है। करीब 10 करोड़ कीमत के रुबी, पन्ना और कुंदन स्टोन्स हैं। हिसार में 1 लाख 33 हजार स्केयर मीटर में करीब 50 करोड़ कीमत की कमॢशयल बिल्डिंग है।

मुम्बई, दिल्ली में उनके नाम जमीन और फ्लैट्स हैं। सावित्री ङ्क्षजदल दान पुण्य में भी आगे रहती हैं। कोरोना महामारी में जिंदल गु्रप की ओर से ऑक्सीजन उपलब्ध कराई गई। सावित्री जिंदल महाराज अग्रसैन मैडीकल कालेज की अध्यक्ष हैं।
उनका व्यहावार बड़ा सौम्य और शालीन है। उनका समूह कई तरह की चैरिटी करता है। उनके ट्रस्ट की ओर से कई स्कूल व अस्पताल संचालित किए जा रहे हैं। अक्तूबर 2014 में सावित्री जिंदल देश की सबसे अमीर मां बनीं। 2016 में फोब्र्स मैगजीन ने उन्हें अमीर लोगों की सूची में 453वां रैंक दिया और 2020 में वे 234वें नम्बर पर आ गईं। अगर हम भारत की बात करें तो वे देश के सबसे लोगों की सूची में 19वें नम्बर पर है जबकि देश की सबसे अमीर महिलाओं की श्रेणी में टॉप पर हैं।

Avinash Kumar Singh
Avinash Kumar Singh
A writer by passion | Journalist by profession Loves to explore new things and travel. I Book Lover, Passionate about my work, in love with my family, and dedicated to spreading light.

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