हरियाणा में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पंचकूला, यमुनानगर, महेंद्रगढ़, फरीदाबाद और कुरुक्षेत्र सहित पांच जिलों को पर्यटन हब में शामिल किया गया है। महेंद्रगढ़ और फरीदाबाद को स्वदेश दर्शन-2.0 योजना में शामिल करने के लिए जल्द ही पर्यटन मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा जाएगा। पंचकूला में पर्यटन के लिए संरचनात्मक ढांचा तैयार करने को विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
मुख्य सचिव संजीव कौशल ने बृहस्पतिवार को समीक्षा बैठक में कहा कि स्वदेश दर्शन-2.0 योजना पर्यटन को बढ़ावा देने में कारगर होगी। पंचकूला में मोरनी हिल्स, यादविंद्रा गार्डन, कौशल्या डैम, नाडा साहिब जैसे 55 पर्यटन स्थल हैं। महेंद्रगढ़ में माधोगढ़ का किला, बीरबल का छत्ता, जलमहल, ढोसी पर्वत जैसे अनेक प्राचीन स्मारक स्थल हैं जिनको पर्यटन के लिए विकसित किया जा रहा है। फरीदाबाद में ऐतिहासिक सूरजकुंड, दमदमा लेक, अरावली गोल्फ क्लब, सोहना का झरना आदि 17 पर्यटन स्थल हैं।
सूरजकुंड में आधुनिक स्तर का विशेष पर्यटन खंड बनाने पर कार्य किया जाएगा ताकि यह पर्यटकों के लिए और अधिक आकर्षण का केंद्र बन सके। यमुनानगर में आदि बद्री, लोहागढ़, हथनी कुंड बैराज, कलेसर नेशनल पार्क, चन्हेटी पिल्लर आदि कई पर्यटक स्थल हैं।
स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत पर्यटन एवं संबद्ध बुनियादी ढांचा, पर्यटन सेवाएं, मानव एवं पूंजी विकास, स्थल प्रबंधन एवं प्रोत्साहन आदि पर कार्य किया जाना है। सांस्कृतिक एवं हेरिटेज पर्यटन, साहसिक गतिविधियां, ग्रामीण एवं वेलनेस पर्यटन जैसी सुविधाओं और सेवाओं पर भी कार्य किया जाएगा। बैठकें, सम्मेलन एवं प्रदर्शनी स्थल एवं पर्यटन प्रोत्साहनों को बढ़ावा देने के लिए स्थानों का चयन करना है। कृष्णा सर्किट परियोजना पर तेजी से काम
मुख्य सचिव ने बताया कि स्वदेश दर्शन 1.0 योजना के तहत पर्यावरण पर्यटन, वन्य जीव, पहाड़ी दुर्गम क्षेत्र, तीर्थांकार आदि स्थलों का चयन किया गया। इस योजना के तहत कुरुक्षेत्र में कृष्णा सर्किट परियोजना को शामिल कर 97.34 करोड़ रुपये की लागत से टूरिस्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जा रहा है। इनमें बहुउद्देशीय पर्यटन सूचना केंद्र, सरोवर की रेलिंग, अभिमन्यु घाट, लाइट एंड साउंड शो जैसी पांच योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है जिसे नवंबर में पूरा कर लिया जाएगा। थानेसर स्थित शेख चिल्ली महल को भी इस योजना में शामिल कर विकसित किया जाए।