इन दिनों हरियाणा में बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) और जजपा (जननायक जनता पार्टी) अपने गठबंधन को लेकर काफ़ी चर्चाओं में हैं,कि इन दोनों पार्टियों का ये गठबंधन कितना मजबूत रहता है और कब तक चलता है।

अब ऐसे में दोनो पार्टियों ने इन चर्चाओं को समाप्त करने और अपने गठबंधन की मजबूती दिखाने के लिए एक नई रणनीति बनाई है। जिसमें यह दोनों पार्टियां एक साथ मिलकर एक बड़ी रैली का आयोजन करंगे। जिसमें वह गठबंधन के ऊपर उठ रही चर्चाओं को खत्म करेंगे।

जानकारी के लिए बता दें कि बीजेपी और जजपा ने हरियाणा में पिछले तीन सालों में बरौदा,ऐलनाबाद और आदमपुर के उपचुनाव मिलकर लड़े हैं, लेकिन इसके बावजूद भी उनके गठबंधन पर उंगली उठती रहतीं हैं। बता दें कि अभी हाल ही में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के परिवार ने गढ़ का आदमपुर जीता है।
अब ऐसे में बीजेपी और जजपा हरियाणा में एक साथ रैली का आयोजन करके सबको ये संदेश देना चाहती है कि, उनका गठबंधन अटूट है। जैसे वो अब एक साथ मिलकर जीती आ रहीं हैं, ठीक वैसे ही 2024 में भी एक साथ मिलकर लोकसभा तथा विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे।

बता दें कि बीजेपी और जजपा के गठबंधन का विरोध कांग्रेस व इनेलो दोनों पार्टी करती हैं, क्योंकि ये दोनों पार्टी नहीं चाहती कि इन दोनों का गठबंधन अधिक लंबा चले। उनका गठबंधन लंबा ना चले इसके पीछे तबके की अपनी दलीलें हैं।
जानकारी के लिए बता दें हरियाणा में बीजेपी का नेतृत्व मनोहर लाल खट्टर कर रहे हैं और जजपा का नेतृत्व दुष्यंत चौटाला कार रहें हैं।