2016 के बाद से बेंगलुरु, दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते टेक्नोलॉजी सेंटरबके रूप में उभरा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, बेंगलुरु के बाद यूरोपीय शहरों में लंदन, म्यूनिख, बर्लिन और पेरिस हैं। वहीं भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई इस लिस्ट में छठे नंबर पर है। अब जो घटना हम आपको बेंगलुरु की बताने जा रहे हैं। उसे सुनने के बाद, पढ़ने के बाद, वास्तव में विश्वास कर लेंगे कि हां सच में आधुनिकता की दौड़ में बहुत आगे बेंगलुरु निकल रहा है।
और उसका जीता जागता उदाहरण हम आपके सामने इस खबर के माध्यम से लेकर आए हैं। जहां बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक आधुनिक युग को जी रहे हैं। आधुनिक हो रहे हैं। और इस आधुनिक होते समय में बेंगलुरु किस वजह से ज्यादा मॉडर्न माना गया है, वो हम इस खबर में आपको बताते हैं।
दरअसल ख़बर, बेंगलुरु शहर में ठेले पर भुट्टा बेचने वाली एक 75 वर्षीय महिला से जुड़ी है। जहां ये वृद्ध महिला अपने जुगाड़ की वजह से इंटरनेट पर वायरल हो रही हैं और लोगो की तारीफें भी बटोर रही हैं।
बतादें, सेलवंमा नाम की महिला बेंगलुरु के विधान सौदा नाम की बिल्डिंग के नीचे पिछले 20 सालो से भुट्टे बेचने का काम कर रही हैं।
ये महिला भुट्टों को कोयले के ऊपर सकती हैं। जहां इन्होने टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए अपने ठेले पर सोलर उर्जा से चलने वाला पंखा लगा रखा हैं। इस तरह से उनकी काफी मेहनत बच जाती हैं, और सूर्य से मिली उर्जा से पंखा चलने के कारण कोई खर्चा भी नहीं होता हैं।
इस सोलर उर्जा वाली मशीन से पंखा चलने के साथ साथ एक एलईडी बल्ब भी जल जाता हैं। कुल मिलाकर बेंगलुरु को यूं ही आधुनिकता का ये खिताब नहीं मिला है, यहां के लोग भी टेक्नोलॉजी का बेहतरीन इस्तेमाल करना जानते हैं।