एक औरत अपने सुहाग के लिए कुछ भी कर सकती हैं, यहां तक की अपनी जान भी दे सकती हैं। औरत अपने पति पर आने वाली मुसीबत के सबसे पहले अपनी ऊपर लेती है। जैसे अभी हाल ही में हरियाणा की एक महीला ने अपने पति को नौकरी के लिए अपनी किडनी दे दी।
दरअसल कुछ लोगों ने पति को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर महिला की किडनी लेली। आरोपियों ने इसकेे लिए महिला का फर्जी आधार कार्ड बनवाया और जिस मरीज को किडनी ट्रांसप्लांट करनी थी, उस महिला का शादी का फर्जी सर्टिफिकेट मरीज की पत्नी के रुप में दिखाया।

पति को सरकारी नौकरी दिलाने के लालच में महिला आरोपियों के जाल में फंसती चली गई। लेकिन ट्रांसप्लांट के बाद भी उसके पति को कोई नौकरी नहीं मिली। जब उसके पति को कोई नौकरी नहीं मिली तो उस महिला को एहसास हुआ कि उसके साथ ठगी हुई हैं।
इस ठगी का पता चलने के बाद महिला ने पुलिस आयुक्त को शिकायत दर्ज कराई। इस मामले की जांच आयुक्त ने एसीपी ओल्ड महेंद्र वर्मा को सौंप दी है।जानकारी के लिए बता दें कि पीड़ित महिला होडल के सौंहद गांव की हैं, जो शादी के बाद से बल्लबगढ़ में रह रही हैं। उसका नाम रिंकी सौरोत हैं।
दरअसल उन्होंने पति के फेसबुक अकाउंट पर 2 साल पहले किडनी दान करने की अपील का विज्ञापन देखा था। उन्होंने बिना कुछ सोचे समझे उस पर क्लिक कर दिया,जिसके बाद उनके पास कुछ लोगों का फ़ोन आया और रिंकी से किडनी देने की बात कही।

लेकिन रिंकी ने मना कर दिया, इसके बाद उन लोगों ने रिंकी को झासा दिया कि वे उसके पति को किडनी के बदले सरकारी नौकरी लगवा देंगे। सरकारी नौकरी की बात सुनकर रिंकी झासे में आ गई और अपनी किडनी दे दी।
किडनी दिल्ली के विनोद मंगोत्रा नाम के व्यक्ति को ट्रांसप्लांट होनी थी,इस लिए आरोपियों ने मरीज विनोद की पत्नी अंबिका के नाम से रिंकी का फर्जी आधार कार्ड और शादी का प्रमाण पत्र बनवा दिया। क्योंकि सरकार के नियमानुसार किडनी केवल परिवार के सदस्य ही दे सकते हैं।
उनका ये ट्रांसप्लांट सेक्टर 16 स्थित क्यूआरजी अस्पताल में हुआ। रिंकी ने बताया कि अस्पताल का स्टॉफ भी आरोपियों के साथ मिला हुआ है। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है।