किसी भी प्रतियोगिता में जीत हासिल करके अपने नाम का डंका बजाना और लोगों से बधाई लूटना हरियाणा के सिर्फ़ लोगों में ही नहीं बल्कि यहां के जानवरो में भी है। दरअसल अभी हाल ही में पशुपालन विभाग की HLDP स्कीम के तहत प्रदेश के कैमला गांव के दलजीत नाम के पशुपालक की भैंस सबसे ज्यादा दूध का उत्पादन करनें वाली भैंस बनी है।
यह भैंस मुर्रा नस्ल की है , यह एक दिन में करीब 20 किलो 313 ग्राम देती है। इसने HLDP स्कीम के तहत सबसे ज्यादा दूध देकर 15 हजार रुपए का इनाम जीता है।
भैंस के इस इनाम को जीतने पर गांव के सरपंच और सभी गांव वालों ने भैंस के मालिक को बधाई दी है और साथ ही उन्होंने भैंस को 1100 रूपए की माला पहनाकर भी सम्मानित किया है।
जानकारी के लिए बता दें कि पशुपालको के प्रोत्साहन के लिए पशुपालन विभाग ने कई योजनाएं चलाई हुई है। इन योजनाओं के तहत ही वह सबसे ज्यादा दूध देने वाली भैंसों के पशुपालकों को नगद इनाम देकर प्रोत्साहित करते हैं। भैंस के मालिक दलजीत ने भी इन्हीं योजनाओं में से एक HLDP स्कीम के तहत ही 18 से 20 किलोग्राम दूध देने वाली भैंस के वर्ग में ऑनलाइन आवेदन किया था।
जिसके बाद पशुपालन विभाग की टीम ने दो दिन तक अपनी देखरेख में भैंस का दूध निकलवाया गया। बातचीत करनें पर दलजीत ने बताया कि,”3 जनवरी की शाम को भैंस का दूध निकाला गया। जिसमें भैंस के दूध का औसत उत्पादन 20 किलो 313 ग्राम प्रति दिन रहा। अब पशुपालन विभाग की तरफ से उनकी भैंस को 15 हजार का इनाम दिया जाएगा मिलेगा।”
इसी के साथ उन्होंने बताया कि,” उनके पास पांच-छह भैंस और गाय है, वह उन्हीं का दूध बेचकर अपना गुजारा करते हैं। लेकिन आज के समय में दूध का उत्पादन घटता जा रहा है। दूध के इसी घटते हुए उत्पादन को देखते हुए सरकार पशुपालकों को प्रोत्साहित कर रही है। ताकि दूध के उत्पादन को बढ़ावा मिले।
वैसे इस बेरोजगारी के समय में पशुओं को पाल के और उनका दूध बेचकर अच्छी कमाई की जा सकती है। युवाओं को रोजगार न मिलने पर उन्हें डेयरी फार्म की तरफ बढ़ना चाहिए। इससे उनकी कमाई भी होगी और दूध की कमी भी पूरी होगी।