प्यार के आगे सब कुछ छोटा पड़ जाता है, अगर प्यार सच्चा हो तो लोग उसे पाने के लिए जी जान लगा देते है। जी हां एक ऐसी ही प्रेम कहानी के बारे में बताने जा रहे है जिसकी दास्तान सुनने के बाद आप भी हैरान रह जाएंगे। दरअसल एक युवक और युवती में मिस्ड कॉल के जरिए प्यार हुआ फिर प्यार शादी में बदल गया। बिना जान-पहचान के न उसे कभी देखा और न ही कभी सुना, लेकिन एक लड़की के सिर पर मिस्ड कॉल से शुरू हुआ प्यार इस कदर चढ़ा कि वह उसके साथ जीने-मरने की कसम खाकर उसकी खोज में बिना किसी को बताए उससे मिलने के लिए आगरा से 120 किमी की दूरी तय कर मैनपुरी पहुंच गई।
आपको बता दे कि युवक और युवती के बीच 2 महीने से बात हो रही थी और फिर दोनों के बीच प्यार हो गया। और आखिरकार बुधवार को दोनों ने माता शीतला देवी मंदिर में सात फेरे लिए और साथ जीने मरने की कसमें खाई। फिर क्या था जाहिर सी बात है परिवार में विवाद तो होना ही था।

जब युवक के परिवार को इस बात का पता चला तो भड़क गए और लड़की को अपनाने से साफ मना कर दिया। फिर मजबूरन दोनो को पुलिस की शरण में जाना पड़ा। दोनो ने कोतवाली थाना में जाकर अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई।

युवक का नाम राकेश मिश्रा है जो की कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला दक्षिणी छपट्टी से है , वो दोनो पैर से विकलांग हैं। वह ई रिक्शा पर परचून का सामान बेचकर अपना जीवन यापन करता है।

राकेश की जिंदगी में मानसी चौहान आयी। बताया जा रहा है कि मानसी अपने पिता से बहुत परेशान रहती थी। इस वजह से काफी लंबी बातचीत के बाद मानसी ने शादी के लिए राकेश से कह दिया। राकेश को भी लगा कि उसको अपनी सच्चाई बता देनी चाहिए कि वो विकलांग है।

जब राकेश ने यह बात मानसी से कही तब उनको काफी आश्चर्य हुआ लेकिन मानसी ने कहा की उसे इस बात से कुछ फर्क नहीं पड़ता की तुम दिव्यांग हो या नही ये हमारा प्यार सच्चा है और मैं तुम से ही शादी करूंगी , मैं तुम्हे अपना जीवनसाथी स्वीकार कर चुकी हूं। मानसी की बात सुन राकेश बहुत खुश हुआ और शादी के लिए मान गया।