उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के सिकंदरपुर क्षेत्र की जेठानी-देवरानी शालिनी श्रीवास्तव और नमिता शरण का उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग 2018 की परीक्षा में चयन हुआ है। यह दोनों सगी भाभी और ननद हैं। प्रधान पद पर शालिनी श्रीवास्तव की का चयन हुआ है, जबकि पुलिस उपाधीक्षक पद पर नमिता शरण का चयन हुआ है।
जेठानी-देवरानी बनी अफसर
वर्तमान में शालिनी राधाकिशोरी राजकीय कन्या इंटर महाविद्यालय, रामनगर, वाराणसी में सहायक अध्यापिका के पद पर कार्यरत हैं। इससे पहले वह बलिया के सहतवार क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय रजौली में शिक्षिका थीं। नमिता शरण को इससे पहले बिहार में वर्ष 2016 में जिला प्रोबेशन अधिकारी के रूप में चुना गया था। छह माह हाजीपुर में प्रशिक्षण लिया और सीवान में नियुक्ति मिली। इसी बीच वर्ष 2017 में उनका चयन उत्तर प्रदेश में जिला खाद्य विपणन अधिकारी के पद पर हुआ।
जिला प्रोबेशन अधिकारी से दिया था इस्तीफा
बता दें कि नमिता शरण ने जिला प्रोबेशन अधिकारी के पद से इस्तीफा दे दिया था, परंतु अब तक उन्हें 2017 की परीक्षा का नियुक्ति पत्र नहीं मिला है। अब इनका चयन 2018 में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में पुलिस उपाधीक्षक पद पर हुआ है। इन दोनों जेठानी-देवरानी का एक साथ चयन क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं, दोनों अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता के अलावा सास, ससुर और पति को देते हैं। नमिता शरण ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 18वीं रैंक हासिल की है। उन्हें यह सफलता तीसरे प्रयास में मिली है। जबकि शालिनी ने अपने दूसरे प्रयास में सफलता हासिल की है।