फरीदाबाद, 22 मई सीएमओ रणदीप पुनिया ने बताया कि सरकार ने कोविड टीकाकरण कार्यक्रम में कुछ नए बदलाव हुए हैं जिन्हें आम जनता के लिए जानना जरुरी हैं, कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम को शुरू हुए चार माह से ज्यादा बीत चुके हैं और इन चार महीनों में टीकाकरण के दिशा निर्देशों में कुछ बदलाव भी आया है। उन्होंने बताया कि सबसे बड़ा बदलाव कोविशील्ड के टीके के सम्बन्ध में है जिसमे अब पहली और दूसरी डोज के बीच 12 से 16 हफ्ते, तीन से चार महीने, का अन्तराल होगा जो कि पहले 6 से 8 हफ्ते था।
डॉ० पुनिया ने आम जनता से अपील की कि जिन लोगों को कोविशील्ड की पहली डोज लग चुकी है अब वो दूसरी डोज लेने के लिए केवल 12 से 16 हफ्ते के दौरान ही आयें भले ही उन्हें पहले 6 हफ्ते बाद आने के लिए कहा गया हो या उन्हें ऐसा 6 हफ्ते वाला एसएमएस पहले मिला हो, कोविड की वेबसाइट में अब 12 हफ्ते से पहले किसी को भी दूसरी डोज का टीका लगाने का प्रावधान नहीं है, तो ऐसे में लोग खुद भी परेशान ना हों और ना ही बेवजह टीकाकरण केंद्र जायें।

उन्होंने कहा कि कभी कभार कुछ लोग टीकाकरण कर्मियोंं पर नाराजगी जाहिर करते है और उन्हें दूसरी डोज का टीका 6 हफ्ते में ही लगाने के लिए जिद करते हैं जो कि सही नहीं है। टीकाकरण कर्मचारी सिर्फ और सिर्फ सरकार के नए दिशा निर्देशों के अनुसार ही अपना काम ईमानदारी से कर रहे है और आम जनता को भी अपना पूरा सहयोग उन्हें देना चाहिए।

डॉ० पुनिया ने कहा कि लोग इस बात का ध्यान रखें कि कोवेक्सिन कंपनी के टीके में पहली और दूसरी डोज का अंतर पहले की तरह से ही 4 हफ्ते का है और उसमे कोई बदलाव नहीं हुआ है। उन्होंने कहा केंद्र सरकार के नए दिशा निर्देशों में अब स्तनपान करवाने वाली माताएं भी अपना कोविड टीकाकरण करवा सकती हैं । उन्होंने यह भी बताया कि कोविड का टीका लगवाने वाले व्यक्ति या फिर कोविड पॉजिटिव आ चुके वो मरीज जो अब ठीक हो चुके है और उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। ये दोनों श्रेणी के लोग 14 दिनों के पश्चात रक्तदान कर सकते है।

उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने कोविड से सम्बंधित नित नए आने वाले वैज्ञानिक प्रमाणों और अंतर्राष्ट्रीय अनुभवों के आधार पर विशेषज्ञों द्वारा दिए गए कुछ नए सुझावों को मान लिया है। इनके अनुसार अब अगर किसी व्यक्ति का कोविड टेस्ट पॉजिटिव आता है तो वह ठीक होने के कम से कम तीन महीने के पश्चात ही कोविड टीकाकरण करवा सकते हैं।

इसी तरह अगर किसी कोविड के मरीज को अस्पताल में प्लाज्मा या मोनोक्लोनल एंटीबाडीज इलाज के लिए दी गयी हों। तो ऐसे मरीज भी ठीक होकर अस्पताल से छुट्टी मिलने के कम से कम तीन महीने के पश्चात ही कोविड टीकाकरण करवा सकते हैं।
डॉ पुनिया ने आगे बताया कि अगर कोई व्यक्ति अगर कोविड के टीके की एक डोज ले चुका है और दूसरी डोज लेने से पहले ही अगर वो कोविड पॉजिटिव आ जाता है तो उस व्यक्ति की कोविड टीके की दूसरी डोज कोविड से ठीक होने के कम से कम तीन महीने के पश्चात ही लगेगीण् इसके अलवा डॉ पुनिया ने बताया कि कोविड के अलावा किसी अन्य गंभीर बीमारी के कारण अस्पताल या आईसीणयू में भर्ती हुए मरीजों को भी ठीक होने के 4 से 8 हफ्ते बाद ही कोविड टीकाकरण करवाना चाहिए।

डिप्टी सिविल सर्जन डॉ रमेश ने बताया कि 45 वर्ष से ऊपर की आयु के लोग ऑनलाइन के अलावा सीधे टीकाकरण केंद्र पर जाकर बिना बुकिंग के भी टीका लगवा सकते हैं परन्तु 18 से 44 वर्ष तक के लोगों को टीका केवल कोविन की वेबसाइट या आरोग्य सेतु एप्प पर पंजीकरण के साथ ही साथ बुकिंग करवाने के बाद ही लगेगा।
उन्होंने आम जनता से अपील कि टीकाकरण सुरक्षित और प्रभावशाली है और कोविड महामारी को रोकने के लिए एक अन्यंत अहम साधन है। लोगों को टीके के बारे में किसी भी किस्म की अफवाह को नहीं मानना चाहिए और टीका लगवाने के लिए आगे आना चाहिए।