देश की सबसे कठिन परीक्षा की बात आती है तो उसमें सबसे ऊपर यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा का नाम आता है। सभी लोग इसकी तैयारी सालों से करते हैं जब जाकर कहीं उन्हें सफलता मिलती है।
ऐसे ही एक सफलता की कहानी हरियाणा की बेटी आईएएस प्रीति बेनीवाल की है। जिन्हें ट्रेन हादसे में बहुत कुछ गवाना पड़ा,।लेकिन फिर भी उन्होंने अपना हौसला नहीं तोड़ा ।1 साल बिस्तर में रहने के बावजूद भी उन्होंने इस परीक्षा को पार किया और अपने सपने को पूरा किया।

उनके साथ यह हादसा साल 2016 में हुआ था। जब वह फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया में नौकरी के प्रमोशन के लिए परीक्षा देने के लिए गाजियाबाद पहुंची थी। यहां ट्रेन में चढ़ते समय उनका पैर फिसल गया और पटरियों के बीचो बीच फंस गया। उनके ऊपर से ट्रेन के तीन कोच गुजर गए। उन्हें बहुत गंभीर चोट आई थी।

इस हादसे के बाद उनकी जिंदगी पूरी तरह बदल गई। उनकी 14 सर्जरी हुई। इलाज के दौरान उन्हें बाईपास पर रखा गया क्योंकि चोटे जानलेवा थी।

आपको बता दे, उन्होंने जिंदगी और मौत के बीच खूब जंग लड़ी। लेकिन सबसे मुश्किल खड़ी उनके लिए तब थी, जब ऐसी स्थिति में उनके पति ने उनका साथ छोड़ दिया था।

लेकिन इन तमाम परिस्थितियों के बाद प्रीति ने अपना सपना नहीं छोड़ा। ठीक होने के बाद उन्होंने यूपीएससी सिविल परीक्षा दी और तीसरी बार में बिना किसी कोचिंग के ए आई आर 754 के साथ यूपीएससी परीक्षा पास किया। नतीजा यह हुआ कि आज प्रीति बेनीवाल भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी है।

प्रीति बेनीवाल पानीपत जिले के गांव दुपेहड़ी की रहने वाली है। उन्होंने अपनी 10 वी तक की पढ़ाई वही के एक निजी स्कूल से की। 12 वी की पढ़ाई उन्होंने मतलोड़ा के एक निजी स्कूल से की। फिर इसराना में बी. टेक और एम.टेक की पढ़ाई की।